छत्तीसगढ़ की बेटी निशू का कमाल लद्दाख की 20500 फीट ऊंची चोटी पर तिरंगा लहराकर रचा इतिहास

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छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की पर्वतारोही ने ऊंची चोटी में तिरंगा लहराने एक और कीर्तिमान रचा है। उन्होंने लद्दाख के 6250 मीटर यानी की 20500 फीट ऊंची चोटी कांग यास्ते 2 में तिरंगा लहराया है। इससे पहले निश सिंह अफ्रीका महाद्वीप की माउंट किलिमंजारो चोटी पर भी तिरंगा लहराकर अपनी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुकी हैं। वह देश के साथ ही कई विदेशों के 16 पर्वतों को नाप चुकी हैं और कई अवार्ड भी हासिल कर चुकी हैं।

भरनी की रहने वाली निशू सिंह ने पर्वतारोहण के क्षेत्र में कोर्स किया है और स्पोर्ट्स में भी हिस्सा ले चुकी हैं। पर्वतारोही के रूप में ऊंची चोटियों पर चढ़कर तिरंगा फहराने का जुनून सवार है। मनाली के 9 हजार 75 फीट ऊंचे कोठरा पठार को नापने की शुरुआत के साथ वह 20 हजार 500 फीट की ऊंचाई तक चढ़ने का रिकार्ड बना चुकी हैं। निशू सिंह हिमाचल प्रदेश के हातू पीक, मनाली के पताल सू, अफ्रीका किलीमंजारो, लद्दाख के कांगड़ी जैसे ऊंची चोटी समेत 16 पर्वतों पर तिरंगा फहरा चुकी हैं।

हिंदुस्तान एडवेंचर फाउंडेशन की ओर से 15 से 21 जुलाई तक लद्दाख की पहाड़ी में पैदल चलते हुए अपने इस मुकाम को हासिल की है। फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही विपिन सैनी व गाइड पर्वतारोही नूर मोहम्मद के मार्गदर्शन कांग यास्ते 2 पर्वत की ऊंची चोटी में पहुंचकर तिरंगा फहराया। निशू सिंह कहती हैं कि कुछ अलग करना था जिंदगी में इसलिए दुनिया का सबसे मुश्किल स्पोर्ट्स चुना। अगले साल एवरेस्ट फतह के लिए निकलना है।

निशू सिंह सकरी के भरनी स्थित CRPF ग्रुप सेंटर के रिटायर्ड सिपाही विपिन कुमार सिंह की बेटी है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी को शुरू से ही पर्वत लांघने का शौक रहा है। निशू की मां मुनी देवी और भाई रवि व विशाल सिंह उसके साहस को देखकर स्पोर्ट्स के साथ ही पर्वतारोहण के लिए प्रशिक्षण दिलाने में मदद करते रहे और उसका हौसला बढ़ाते रहे।