रायपुर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने आकांक्षी जिलों में विकास की निगरानी के लिए तय इंडिकेटर में नये विषय जोड़ने की मांग की है। मुख्यमंत्री ने लिखा है, नये इंडिकेटर जोड़ने से आकांक्षी जिलों के विकास की बहुमुखी निगरानी हो पाएगी।
आज माननीय @PMOIndia को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ के आकांक्षी जिलों के विकास के प्रचलित मापदंडों में सांस्कृतिक उत्थान के तत्वों को भी शामिल किए जाने का सुझाव दिया है। pic.twitter.com/mWQhrBIRwY
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 13, 2022
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्र में कहा, हमारे आकांक्षी जिलों के विकास की परिकल्पना के प्रचलित मापदंड के बारे में एक सुझाव देना चाहता हूं। हमारे वनांचल और ग्राम्य जीवन में संस्कृति और परंपराओं का विशेष महत्व है। ऐसे में आकांक्षी जिलों की अवधारणा में सांस्कृतिक उत्थान के बिंदु को यथोचित महत्व दिया जाना चाहिए। हमारा अनुरोध है कि ट्रांसफार्मेशन ऑफ एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम के मॉनिटरिंग इंडिकेटर में स्थानीय बोली में शिक्षा, मलेरिया व एनिमिया मे कमी, वनोपज की समर्थन मूल्य पर खरीदी, लोक कला, लोक नृत्य और पुरातत्व का संरक्षण-संवर्द्धन, जैविक खेती और वनाधिकार पट्टे आदि को भी शामिल करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा है, इन सभी मापदंडों पर छत्तीसगढ़ में शानदार काम हुआ है। इन सूचकांकों के जोड़े जाने से आकांक्षी जिलों के बहुमुखी विकास के लिए किए जा रहे काम पर भी ध्यान रहेगा। वहीं जिस आशा के साथ आकांक्षी जिलों की अलग से निगरानी व्यवस्था शुरू की गई है वह भी सफल होगा।