मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिल्कीपुर में अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी पर जमकर बरसे हैं। मुख्यमंत्री योगी ने मिल्कीपुर में पार्टी प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार किया है। मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाला है। बीजेपी ने चंद्रभानु पासवान से अपना कैंडिडेट बनाया है। पार्टी प्रत्याशी के लिए वोट मांगने के साथ मुख्यमंत्री योगी ने अखिलेश यादव को घेरा। महाकुंभ का जिक्र करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम लोगों ने प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करके पुण्य लाभ लिया। देश दुनिया से श्रद्धालुओं ने वहां आकर 10 दिन में 10 करोड़ लोगों ने स्नान किया। कई देशों की आबादी 10 करोड़ नहीं है। अगले 35 दिन में 45 करोड़ आबादी वहां पहुचेंगी। दुनिया के 200 देशों की आबादी 45 करोड़ नहीं है। हम उत्तर प्रदेश वासी भारतवासी सौभाग्यशाली हैं। सीएम योगी ने अखिलेश यादव को लेकर कहा कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष रोज महाकुंभ का दुष्प्रचार कर रहे हैं। ये दुष्प्रचार भारत की आस्था पर चोट है।
प्रभु श्री राम के पावन धाम जनपद अयोध्या जी के मिल्कीपुर विधान सभा क्षेत्र के ‘हर बूथ पर खिलेगा कमल का फूल’…
यहां आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित कर रहा हूं… https://t.co/4W4mUiciYj
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 24, 2025
मिल्कीपुर की रैली में अखिलेश पर प्रहार करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बांटने की राजनीति ने आस्था के साथ खिलवाड़ किया है। परिवारवाद की राजनीति करके इन्होंने सिर्फ अपने परिवार के लिए सोचा। जनता जनार्दन की सुध नहीं ली। आज के समाजवादी संपत्ति के चक्कर में पड़े हैं। जो खाली प्लॉट है वो हमारा है, वहां ये कब्जे करके झंडे लगा लेते रहे। इनका झंडा अपराधी माफियाओं को बचाने के लिए था। इनकी सहानुभूति किसी गरीब के लिए नहीं होती।उन्होंने कहा- ‘समाजवादी पार्टी के हाथ निर्दोष कारसेवकों के खून सने हुए हैं। 22 जनवरी 2024 को जब रामलला विराजमान हुए तब समाजवादी पार्टी ने उसका विरोध किया था। अयोध्या इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रखा तो समाजवादी पार्टी ने उसका भी विरोध किया। जब महर्षि वाल्मीकि की जन्मस्थली लालापुर का विकास करने का कार्य किया तो समाजवादी पार्टी ने उसका विरोध किया। संत तुलसीदास की जन्मस्थली राजापुर का विकास कार्य किया तो समाजवादी पार्टी ने उसका भी विरोध किया।’