उत्तराखंड के टिहरी जिले में चारधाम यात्रा के मुख्य मार्ग में पड़ने वाले घनसाली के जखनियाली और नौताड़ में बादल फट गया. इस प्राकृतिक आपदा से 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया. बादल फटने से जखनियाली गांव के किसानों की कई एकड़ कृषि भूमि तबाह होने की खबर है. वहीं, जखनियाली गांव के तीन लोग मिसिंग बताए जा रहे हैं केदारनाथ पैदल मार्ग भीम बली में भी बादल फटने की खबर है. इससे भारी मात्रा में मलबा बहकर आने से पैदल मार्ग का करीब 30 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है. लिहाजा यहां पैदल मार्ग पर आवाजाही बंद कर दी गई है. भीम बली में करीब 150-200 तीर्थ यात्रियों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थान पर रोक लिया है मंदाकिनी नदी का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है. ऐसे में यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रुकने की सलाह दी गई है. सभी जगहों पर प्रशासन की रेस्क्यू टीम तैनात है मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए रेड अलर्ट और गढ़वाल मंडल कमिश्नर द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत जो चारधाम यात्री संबंधित जनपद में पहुंच गए हैं, उनकी 1 अगस्त की यात्रा को लेकर निर्णय संबंधित ज़िले की ज़िलाधिकारी अपने स्तर से लेंगे. हरिद्वार और ऋषिकेश में स्थित पंजीकरण केंद्र में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 1 अगस्त को स्थगित रहेगी. भारी बारिश के चलते पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में हालात सबसे ज्यादा खराब होते जा रहे हैं. यहां नदी- नाले उफान पर हैं. जगह-जगह रास्ते मलबा आने के कारण बंद हो गए. 4 दिन पहले मौसम विभाग ने उत्तराखंड में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया था. उत्तराखंड में कुमाऊं से लेकर पौड़ी गढ़वाल तक बारिश होने से नदियां उफान पर हैं. नैनीताल में भी पिछले दिनों भारी बारिश हुई थी. इसके चलते कैंची धाम के पास शिप्रा नदी उफान पर पहुंच गई थी. छत्तीसगढ़ में भी मुसलाधार बारिश की सम्भावना है बादल भी फट सकता है हिमाचल प्रदेश के दो जिलों में बादल फटने से भारी तबाही की खबर है. बादल फटने की घटना कुल्लू और मंडी जिले में हुई है. कुल्लू के रामपुर क्षेत्र के समेज स्थित एक पॉवर प्लांट प्रोजेक्ट के कई लोग बादल फटने के बाद से लापता हैं. 20 से ज्यादा मकान जमींदोज हो गए हैं और कई गाड़ियां बह गईं हैं, इलाके का स्कूल भी बाढ़ में बह गया. वहीं मंडी जिले में बादल फटने के बाद एक शव बरामद हो चुका है जबकि कई लापता हैं. मंडी जिला प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए एयरफोर्स को अलर्ट किया है. मौके पर मौजूद स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हैं. एयरफोर्स के साथ एनडीआरएफ से भी मदद की मांग की गई है. थलटूखोड में फंसे हुए लोगों तक पहुंच पाना संभव नहीं हो पा रहा है इसलिए अब एयरफोर्स और एनडीआरएफ की मदद से लोगों को निकाला जाएगा. हिमाचल प्रदेश के शिमला और कुल्लू जिला के रामपुर से सटे पंद्रह बीस इलाकों में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. जानकारी के मुताबिक श्रीखंड की पहाड़ियों पर नैन सरोवर के आसपास बादल फटने से कुर्पण, समेज़ और गानवी खड्ड में भयंकर बाढ़ आई है. शिमला जिले के गानवी और कुल्लू जिले के बागीपुल बाज़ार में नाले में उफान से तबाही हुई है.
WATCH 🇮🇳उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में बादल फटा
उत्तराखंड में जागेश्वर धाम के पास बादल फटने से मंदिर के पास बाढ़ आ गई है। हिमाचल प्रदेश में शिमला जिले के रामपुर के समेज खड्ड इलाके में बादल फटने के बाद 19 लोग लापता हैं, वहाँ SDRF खोज और बचाव अभियान चला रहा है।
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— Sputnik India (@Sputnik_India) August 1, 2024