कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारतीय महिला टीम ने इतिहास रच दिया है. लॉन बॉल्स इवेंट के फाइनल मुकाबले में भारत ने साउथ अफ्रीका को मात दी और गोल्ड मेडल अपने नाम किया. 92 साल के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब भारत ने इस इवेंट में कोई मेडल जीता हो, वह भी अब सीधा गोल्ड मेडल हाथ लगा है.
महिला टीम के इस इवेंट में टीम इंडिया में लवली चौबे, पिंकी, नयानमोनी साइकिया, रूपा रानी शामिल रहीं. जिन्होंने लगातार बेहतर प्रदर्शन किया और देश के लिए मेडल जीता. फाइनल मुकाबले में भारत ने साउथ अफ्रीका को 17-10 से मात दी है.
करीब ढाई घंटे चले इस रोमांचक मुकाबले में कई बार उतार-चढ़ाव आया, टीम इंडिया ने शुरुआत में बढ़त बनाई लेकिन उसके बाद साउथ अफ्रीका ने भी वापसी की. अंत में टीम इंडिया का शानदार खेल काम आया और भारत ने 17-10 से मुकाबला अपने नाम किया. कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत के मेडल की संख्या अब 10 हो गई है, इसमें 4 गोल्ड मेडल, 3 सिल्वर और 3 ही ब्रॉन्ज़ मेडल शामिल हैं.
चार साल से टीम के पास कोच नहीं
बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 के बाद से ही महिला टीम के पास कोई कोच नहीं है. यानी पिछले चार साल से वह खुद के दम पर ही तैयारियों में जुटी थीं और अब चार साल बाद यानी कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में यह मेहनत सफल आई और भारत के नाम गोल्ड मेडल हुआ.
लॉन बॉल्स को कॉमनवेल्थ गेम्स का हिस्सा बने हुए 92 साल हो गए हैं, भारत ने पहली बार इसमें कोई मेडल जीता है. देश में करोड़ों लोगों को इस गेम का नाम, मतलब कुछ नहीं पता था लेकिन जब इतिहास रचा गया है तो हर कोई इसको लेकर उत्सुक है.
महिला टीम की चारों सदस्यों को काफी कम ही लोग जानते हैं, इनमें लवली चौबे झारखंड से आती हैं जो पुलिस कॉन्स्टेबल हैं. नयनमोनी साकिया फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में नौकरी करती हैं, पिंकी दिल्ली के एक स्कूल में टीचर हैं. जबकि रूपा रानी झारखंड में जिला खेल अधिकारी हैं.