छत्तीसगढ़ के बड़े हिस्से में 48 घंटे की लगातार बारिश से नदी-नाले तो उफने ही हैं, कई जिलों का सूखा खत्म हो गया है। गरियाबंद, नारायणपुर, कबीरधाम और कांकेर जिले दो दिन पहले तक कम वर्षा की सूची में थे, इस बारिश ने कमी पूरी कर दी है।
अब छत्तीसगढ़ के 33 जिलों में कम वर्षा वाले जिलों की संख्या 13 से घटकर 9 रह गई है। पिछले 24 घंटे में रायपुर, सुकमा, बीजापुर और मुंगेली में औसत से काफी ज्यादा बारिश हो चुकी है। केवल एक दिन में जशपुर में 160 मिमी पानी बरस गया है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार रायपुर में बुधवार शाम से गुरुवार को सुबह 6 बजे तक लगातार बारिश की वजह से यहां औसत से 21 फीसदी ज्यादा पानी गिर चुका है। जिन 9 जिलों में बारिश औसत से कम है, अब उनमें कोरबा, कोरिया, कोंडागांव, सूरजपुर, सरगुजा, जांजगीर, जशपुर, दंतेवाड़ा और बलरामपुर बचे हैं। सूरजपुर के बाद सरगुजा ही ऐसा जिला है जहां औसत से 31 फीसदी कम बारिश हुई है।
अन्य जिलों में औसतर 25 फीसदी ही कम बारिश हुई है। सबसे बुरा हाल अब भी सरगुजा का है। वहां कोई सिस्टम इस साल ठीक से नहीं बरस रहा है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक सरगुजा में बारिश अब भी औसत से लगभग 60 प्रतिशत कम है। हालांकि, विज्ञानियों का कहना है आने वाले दिनों में बारिश से सरगुजा की कमी पूरी होने की संभावना बनी हुई है।
दक्षिण बस्तर में हमेशा ही ज्यादा वर्षा, इस बार दंतेवाड़ा पिछड़ा
दक्षिण बस्तर के तीन जिलों दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा में मानसून के दौरान हर साल अौसत से ज्यादा बारिश होती है। पिछले साल बीजपुर में औसत से लगभग 180 फीसदी ज्यादा बारिश हो गई थी। इस बार भी बीजापुर और सुकमा में औसत से लगभग 25-25 प्रतिशत तक अधिक बारिश हुई है, लेकिन इनसे लगभग घिरे हुए दंतेवाड़ा में बादल कम बरसे हैं। वहां औसत से 23 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है।