रायपुर : भाजपा के संगठन चुनाव में विधायक समर्थकों को मंडल अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर प्रदेश भर में हो रहे विरोध के चलते भाजपा प्रदेश इकाई को अंततः फैसला करना पड़ा। विवादित भाजपा मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति को संगठन ने कल देर रात रद्द कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष किरण देव सिंह की अनुशंसा पर संगठन मंत्री पवन साय ने रद्द करने का आदेश दिया है। बताया जा रहा है कि रायपुर ग्रामीण के माना मंडल, और कवर्धा के पिपरिया मंडल में अध्यक्षों की नियुक्ति रद्द कर दी गई है, वहीं बिरगांव मंडल, धरसींवा मंडल, गरियाबंद मंडल और बस्तर सहित 20 जिलों के लगभग 30 मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर कल होने जा रही बैठक में फैसला किया जायेगा। 27 दिसंबर को अपील समिति इन नियुक्तियों पर पुनर्विचार करेगी।
पिछले सप्ताह चित्रकोट के लोहांडीगुड़ा मंडल कार्यालय में पूर्व विधायक लच्छू कश्यप के समर्थकों ने तालेबंदी की थी। वहीं दो दिन पूर्व माना मंडल में ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू के समर्थक को अध्यक्ष बनाए जाने के विरोध में फुंडहर कार्यालय में तोड़फोड़ हुई थी। कार्यकर्ताओं ने विधायक की जमकर खिचाई की थी। विधायक ने कांग्रेस से आए अपने एक कार्यकर्ता को अध्यक्ष बनाया था।
चुनाव स्थगित करने की सिफारिश स्वयं करने के बावजूद प्रदेश अध्यक्ष किरण देव सिंह विवाद से इंकार कर रहे हैं। उनका यह कहना है कि जहां बहुत ज्यादा असहमति है वहां वरिष्ठ नेताओं से बातचीत कर समन्वय से अध्यक्ष तय कर लिया जाएगा।