दुर्ग के बोरसी में धर्मांतरण विवाद, दो पास्टर गिरफ्तार, प्रार्थना सभा में हिंदू देवी-देवताओं पर की अभद्र टिप्पणी

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के बोरसी में रविवार को धर्मांतरण को लेकर विवाद सामने आया। न्यू मन्नम नगर में एक घर में चल रही प्रार्थना सभा पर हिंदू संगठनों ने विरोध जताया। सूचना मिलने पर तहसीलदार प्रफुल गुप्ता और एसपी सुखनंदन राठौर मौके पर पहुंचे। इस दौरान हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर नारेबाजी शुरू कर दी, लेकिन पुलिस ने समय रहते हालात को काबू में कर लिया और प्रदर्शनकारियों को घर के भीतर जाने से रोक दिया. कुछ देर की पूछताछ के बाद पुलिस ने दो संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया और उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 299 के तहत मामला दर्ज किया. यह धारा धार्मिक भावनाओं को आहत करने से संबंधित है.
पद्मनाभपुर थाना प्रभारी ने बताया कि प्रार्थी प्रदीप सिन्हा की लिखित शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की. शिकायत में आरोप लगाया गया कि घर के अंदर हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां की जा रही थीं. इस पर धारा 299 बीएनएस के तहत अपराध दर्ज किया गया है. पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और आगे की कार्रवाई जारी है.
इस पूरे मामले पर हिंदू जागरण मंच के जिला सह संयोजक ने आरोप लगया कि विभूति पॉल नाम का व्यक्ति दौलत राम के घर को किराए पर लेकर यहां धर्मांतरण करता है. उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 2-3 वर्षों से इस बात की चर्चा है. हम हिंदू जागरण मंच और छत्तीसगढ़ बजरंग दल के लोग यहां आए और पुलिस को सूचना देकर हमने बुलाया, जहां पुलिस ने कार्रवाई की. हमें पुलिस ने प्रदर्शन करने से मना किया हम पुलिस को कोआपरेट कर रहे हैं. , पुलिस की इस कार्रवाई के बाद ईसाई समुदाय के दर्जनभर लोग पद्मनाभपुर थाने पहुंचे और विरोध जताया. उनका कहना है कि बिना ठोस सबूत के कार्रवाई की गई है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती कर दी गई, फिर माहौल को शांत कराया गया, जिसके कुछ देर बाद स्थिति सामान्य हो गई.
वहीं, इस पूरे मामले को मसीही समाज ने झूठ करार दिया. संयुक्त ईसाई परिषद के जिला अध्यक्ष एम. जोनाथन जॉन ने सभी आरोपों के सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि मुट्ठीभर असंवैधानिक लोग इकट्ठा होकर संडे के दिन चर्चों पर अटैक करते हैं और फिर धर्मांतरण का मुद्दा गरमाते रहते हैं, जबकि धर्मांतरण जैसी कोई बात नहीं है.