उत्तर प्रदेश के कासगंज में नौकरी और रुपयों का लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था. सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने मौके से दस लोगों को पकड़ लिया. आरोपी त्रिपुरा, असम, राजस्थान व हरियाणा से आए थे. यह सभी लोग अमर्यादित भाषा का प्रयोग भी कर रहे थे.
जानकारी के मुताबिक, यह मामला कासगंज के पटियाली क्षेत्र के ग्राम बिजौरा नगला बंजारन का है. आरोप है कि यहां लोगों को नौकरी व पैसों का लालच देकर धर्मांतरण कराया जा रहा था. इस बात की जानकारी एक ग्रामीण को हुई तो वह मामले की पुष्टि करने चुपचाप मौके पर पहुंचा.
ग्रामीण ने देखा कि गांव के अशोक पुत्र सोनपाल के घर के अंदर कुछ लोग कोई कार्यक्रम कर रहे हैं. वहां लोगों को ईसाई धर्म अपनाने पर स्कूलों में नौकरी का लालच दिया जा रहा था. इसके बाद ग्रामीण ने इसका विरोध किया और सूचना पुलिस को दे दी. सूचना मिलते ही तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची और धर्मांतरण करा रहे लोगों को धर दबोचा.
इन आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा
पकड़े गए दस लोगों में कासगंज का गवधू सिंह, सुनील, अशोक, सूरज, अजय नायक, आसाम के दरांग का रहने वाला हेमंत, त्रिपुरा के धलाई, अंबासा का रहने वाला पिजुस मोल्सम, राजस्थान के धौलपुर का रहने वाला महावीर जाटव, हरियाणा के अंबाला का रहने वाला प्रकाश व मऊ जनपद के मुहमदाबाद का रहना वाला संतोष शामिल है.
मामले को लेकर क्या बोले सीओ?
सीओ पटियाली दीप कुमार पंत ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि ग्राम पिथौरा में बाहर से आए कुछ लोगों के साथ ही स्थानीय अशोक पुत्र सोनपाल अपने संबंधियों के साथ मिलकर नौकरी के नाम पर धर्म परिवर्तन करवा रहा है.
सूचना पर पुलिस पहुंची और 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया.उनके पास से छह धार्मिक पुस्तकें, 8 मोबाइल और दस हजार रुपये बरामद हुए हैं. सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.