महाराष्ट्र में कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 के 19 रोगियों की पहचान की गई है. जिसके बाद राज्य में JN.1 की कुल संख्या 29 हो गई है. सबसे अधिक मामले पुणे में दर्ज किए गए हैं. पिछले कुछ दिनों में पूरे भारत में COVID-19 सब-वेरिएंट JN.1 मामलों में वृद्धि देखी गई है और नए साल के जश्न से पहले, केंद्र और राज्य दोनों सरकारें नए ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट JN.1 के खतरे को लेकर सावधान रहने को कहा है.विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि हालांकि जेएन.1 अत्यधिक संक्रामक है, यह मुख्य रूप से सामान्य सर्दी के समान हल्के लक्षणों का कारण बनता है और फिर सांस लेने में दिक्कत पैदा करता है. इससे जोखिम कम है. विशेषज्ञों ने लोगों से इससे घबराने की नहीं बल्कि सावधानी बरतने की अपील की है और इस बात पर जोर दिया है कि वायरल श्वसन संबंधी बीमारियों में आमतौर पर सर्दियों के महीनों के दौरान वृद्धि देखी जाती है
एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोविड-19 के अलग-अलग वैरिएंट के कारण उसके लक्षणों में बदलाव दिख सकते हैं क्योंकि भारत के लोगों को वैक्सीन की डोज लग चुकी हैं. कई लोगों को बूस्टर डोज भी लग चुकी है. हर बॉडी और उसकी इम्यूनिटी के आधार पर लोगों में अलग-अलग लक्षण नजर आ सकते हैं. सीडीसी ने 8 दिसंबर को जेएन.1 स्ट्रेन पर चर्चा करते हुए एक रिपोर्ट में कहा था, ‘जेएन.1 के लक्षण कितने गंभीर पर हैं, यह बात व्यक्ति की इम्यूनिटी और ओवरऑल हेल्थ पर डिपेंड करती है.’