राजस्थान : पिछले आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत के कार्यकाल में हुए कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार होने का मामला उजागर हुआ है। इसको लेकर भजनलाल सरकार अब वैभव गहलोत की पूरी कार्यकारिणी के खिलाफ मामला दर्ज ककरने वाले है। इस दौरान एडहाक कमेटी की रिपोर्ट में इंडियन प्रीमियर लीग और राजस्थान प्रीमियर लीग के टेंडर से लेकर चौप स्टेडियम के निर्माण कार्यों में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार होने की पुष्टि हुई। इसको लेकर बीजेपी सरकार ने एडहॉक केमटी से वैभव गहलोत के कार्यकाल में हुए कामकाजों जांच करवाई थी।
भजनलाल सरकार बनते ही एडहाक कमेटी का गठन किया गया। इस दौरान कमेटी ने विभिन्न टेंडर कार्यों को लेकर जांच करवाई। इसमें इंडियन प्रीमियर लीग, राजस्थान प्रीमियर लीग के टेंडर से लेकर चौप स्टेडियम के निर्माण कार्यों में भारी अनिवार्यताएं पाई गई। अब सरकार के निर्देश में एडहाक कमेटी वैभव गहलोत की पूरी कार्यकारिणी के खिलाफ मामला दर्ज करवाने की तैयारी कर रही है। इसके बाद इस मामले की जांच सीबीआई या ईडी कर सकती है। राजस्थान क्रिकेट बोर्ड संगठन के वर्तमान पदाधिकारी गहलोत सरकार के दौरान हुई गंभीर अनियमिताओं को लेकर केंद्रीय एजेंसियों को भी शिकायत करने की तैयारी कर रहे है। इसके चलते अब और पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत के बेटे वैभव गहलोत की कार्यकारिणी के सभी सदस्यों की परेशानी बढ़ सकती है आरसीए का कंट्रोल भारतीय क्रिकेट बोर्ड के माध्यम से होता है। उन्हें भारतीय क्रिकेट बोर्ड की ओर से फंड उपलब्ध कराया जाता है, ऐसे में यह भारतीय क्रिकेट बोर्ड के फंड के दुरुपयोग का मामला भी बनता है। मामले में भजनलाल सरकार ने काम का संभालते ही एडहाक मेटी का गठन किया। जिसका संयोजक श्रीगंगानगर से भाजपा विधायक जयदीप बिहानी को बनाया गया। उन्होंने बताया कि कमेटी ने इस मामले की 100 दिनों तक जांच की। इसमें सामने आया कि चैप में बनाए जाने वाले स्टेडियम में टेंडर जिस कंपनी को दिया गया है, वह कंपनी सड़क बनाने का काम करती थी, जिसे बिल्डिंग बनाने का कोई अनुभव नहीं था। इसके बावजूद पिछली सरकार में छत्तीसगढ़ की इस कंपनी को स्टेडियम बनाने का काम दे दिया गया। इस दौरान जांच में यह भी सामने आया कि स्टेडियम बनाने की लागत 300 करोड रुपए अनुमानित थी, लेकिन कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए इसकी लागत को 300 करोड़ रुपए से बढ़कर 500 करोड रुपए कर दी गई। वैभव गहलोत के कार्यकाल की जांच के दौरान एक और बड़ा खुलासा हुआ। इसमें एडहाॅक कमेटी ने जो रिपोर्ट दी है, इसमें बताया कि राजस्थान में आयोजित होने वाले वनडे इंटरनेशनल मैच, आईपीएल और आईपीएल के टेंडर में भी करोड़ों रुपए का भारी भ्रष्टाचार हुआ है। इन मैचों के आयोजन के लिए गलत तरीके से टेंडर दिए गए। रिपोर्ट में आरसीए के पदाधिकारी ने अपनी चेहती फर्मों को गलत तरीके से ठेके दे दिए। इनमें स्टेडियम की सुरक्षा, सजावट, रखरखाव, हाउसकीपिंग के साथ चीयर्स लीडर्स तक के ठेके शामिल है। कमेटी के अनुसार राजस्थान में वैभव गहलोत के कार्यकाल के दौरान एक 20-20 मैच, आईपीएल के पांच और आईपीएल के 10 से अधिक मैच हुए थे।