Bharat Gaurav Train: भारत सरकार की पहल पर देश की गौरवमयी इतिहास, धार्मिक धरोहरों, ऐतिहासिक स्थलों, नदियों, पहाड़ों को देखने के लिए भारत गौरव स्कीम लाया गया था. जिसके तहत भारत गौरव ट्रेन से यात्रा कर रहे यात्री के साथ उनकी ट्रेन भी साथ-साथ चलेगी. यही नहीं इसके साथ आप चुने गए गंतव्य स्थलों पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट का लाभ ले सकते हैं और पसंदीदा भोजन का लाभ भी उठा सकते हैं. इसके साथी ही होटल की भी व्यवस्था रहेगी.
दरअसल, भारत सरकार की ये पहल दो साल पहले की थी लेकिन तब कोरोना के चलते इस ट्रेन को ज्यादा ख़रीददार नहीं मिले थे. लेकिन अब पूर्वोत्तर रेलवे को भारत गौरव ट्रेन का खरीदार मिल चुका है. इसी कड़ी में आईआरसीटीसी ने पूर्वोत्तर रेलवे से 15 रेक की ट्रेन को लीज पर बुक किया है. इसके लिए आईआरसीटीसी ने बकायदा रेलवे को सिक्योरिटी मनी के रूप में एक करोड़ रुपए जमा भी कर दिया है. इस हिसाब से भारत गौरव के रूप में नॉर्थ ईस्ट रेलवे की यह पहली ट्रेन होगी. अभी के लिए इस कंपनी ने इस ट्रेन रेक को तीन साल के लिए लीज पर लिया है.
पूर्वोतर रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि आईआरसीटीसी लखनऊ से हमें यानि पूर्वोत्तर रेलवे को 15 कोच के एक रेक का ऑर्डर मिला है. कंपनी ने सिक्योरिटी मनी के रूप में ₹1 करोड़ रुपए भी जमा कर दिया है. जल्द ही कंपनी को यह ट्रेन सौंप दी जाएगी. पूर्वोत्तर रेलवे से जिस रेक की मांग की गई है, उसमें स्लीपर एसी 3 टायर और एसी 2 टायर के कुल 15 कोच लगाए जाएंगे. रेक की डिमांड पूरी होते ही यात्रियों की मांग के अनुसार इसे विभिन्न रूटों पर चलाया जाएगा. इस ट्रेन के सभी कोच एलएचबी होंगे.
क्या होगी इस ट्रेन की खासियत?
भारत गौरव ट्रेन को देश की वास्तविक विरासत और धरोहरों को जनमानस को दिखाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है. इस ट्रेन में दो गार्ड वैन सहित 14 से 20 कोच होंगे. यही नहीं यात्री के पास लग्जरी बजट कोचों का विकल्प भी होगा. वहीं ट्रेन में सफ़र कर रहे यात्रियों को स्टॉप अवर प्लेसेस पर साइट सीन, फूड, लोकल ट्रांसपोर्ट और होटल की सुविधा होगी.
इस ट्रेन में एसी थ्री के एक कोच, एसी टू के एक कोच, स्लीपर के 9 कोच और एक पैंट्री कार होगी. साथ ही पावर कम गार्ड वैन है. कुल मिलाकर 14 कोच का एक रेक दिया जाएगा. कम्पनी से डिपॉजिट के तहत एक करोड़ मिल चुका है. इसके बाद आईआरसीटीसी इसका शेड्यूल बनाएगी कि कब से ये ट्रेन चलेगी, कहां से कहां चलेंगी, क्या-क्या स्टॉपेज होंगे, डेस्टिनेशन क्या होंगे, फेयर क्या होंगे और रास्ते में क्या-क्या प्रबंध किए जाएंगे इन सबका एक विस्तृत खाका आएगा. अपनी सुविधानुसार आम जनमानस अलग-अलग धार्मिक स्थानों पर आसानी से घूमने जा सके.
कोई भी व्यक्ति या संस्था करा सकती है बुकिंग
यदि किसी के पास इतनी संख्या में यात्री हो जिससे कि एक ट्रेन की ज़रूरत पड़ जाए तो भारत गौरव यात्रा ट्रेन को कोई भी व्यक्ति या प्राइवेट संस्था इसकी बुकिंग करा सकती है. उसके बाद अपना तय शेड्यूल रेलवे को दे देंगे, उसी के अनुसार यह ट्रेन चलेगी. ट्रेन संचालित होने से पहले इसकी पूरी जानकारी पब्लिक डोमेन पर आएगी. इसके लिए बाक़ायदा पार्टिकुलर पैकेज होगा. मतलब यह यात्री के साथ डिस्पोज़ल की तरह काम करेगा. यह ट्रेन यात्रा कर रहे यात्रियों के साथ-साथ चलेगी जैसे कि एक डीलक्स बस चलती है. कोई भी इसको बुक कर सकता है. कोई भी उद्यमी या कोई भी कंपनी बुक कर सकते हैं. अभी सिक्योरिटी मनी के तौर पर एक करोड़ डिपॉजिट होता है. उसके बाद रूट को देखते हुए कितनी दूर चलेगी, कहां जाएगी. इसका प्लान कर लेंगे तब जाकर इस का पूरा खर्चा पता चल पाएगा.
देश में दो बार पहले भी चल चुकी है यह ट्रेन
मिली जानकारी के अनुसार भारत गौरव ट्रेन के तहत महज 2 प्राइवेट ट्रेन चल पायी है. पहली ट्रेन कोयंबटूर से शिरडी तक के लिए और दूसरी यात्रा दिल्ली से जनकपुर तक के लिए चलायी गई थी. इसके अलावा अभी और कोई ट्रेन नहीं चल पाई है. गौरतलब है कि रामायण ट्रेन, गुरुकृपा ट्रेन पहले भी चल चुके हैं उसी के तर्ज पर ये रहेगा.