चीन के चोंगकिंग में एक अपार्टमेंट की 15वीं मंजिल से 2 नवजातों को फेंकने के मामले में आरोपी और उसकी प्रेमिका को फांसी की सजा दे दी गई. इसके बाद देशभर में हंगामा मच गया. देश की शीर्ष अदालत ने हाल ही में दोनों के लिए सजा-ए-मौत का ऐलान किया था. इसके बाद दोनों को फांसी दी गई.
झांग बो और उसकी प्रेमिका ये चेंगचेन ने 2 नवंबर 2020 को 2 साल की बेटी और एक साल के बेटे को 15वीं मंजिल से फेंक दिया था. पुलिस की जांच में पता चला कि झांग और ये ने दो नवजात बच्चों की हत्या की साजिश रची थी और स्थानीय वकीलों ने दोनों के खिलाफ जानबूझकर हत्या का आरोप दायर किया था.
चोंगकिंग पब्लिक प्रॉसीक्यूटर के ऑफिस की ओर से जारी एक अभियोग के अनुसार झांग और ये सोशल मीडिया के माध्यम से मिले थे. दोनों में प्रेम हो गया और वह रिलेशनशिप में आ गए. झांग बो तलाकशुदा था. उससे ये चेंगचेन ने कहा कि अगर उसके बच्चे होंगे, तो वह उसके साथ नहीं रहेगी.
फरवरी 2020 में झांग और ये ने झांग के दो नवजातों को मारने की रणनीति बनाना शुरू कर दिया. उन्होंने फैसला लिया कि वे एक एक्सीडेंट की साजिश रचेंगे, जिससे नवजात बच्चों की मृत्यु हो जाएगी. जुलाई 2021 में मामले की पहली सुनवाई के दौरान बच्चों की मां चेन मीलिन ने अदालत में मुआवजे की मांग की और अपने पूर्व पति और उसकी प्रेमिका के लिए कड़ी सजा की मांग की.
चोंगकिंग की एक अदालत ने जानबूझकर की गई हत्या के मामले में 28 दिसंबर 2021 को झांग और ये चेंगचेन को मौत की सजा सुनाई. फिर झांग और ये ने अपील दायर की. पिछले साल 6 अप्रैल को झांग ने अदालत में अपना कुबूलनाम वापस ले लिया और दावा किया कि उसके बच्चों की मौत एक हादसे में हुई थी.
चीन की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम पीपुल्स कोर्ट ने झांग और ये के लिए मौत की सजा को बरकरार रखा और फैसला सुनाया कि उन्होंने जानबूझकर हत्या की है. शीर्ष अदालत ने कहा कि उनकी हरकतें जानबूझकर हत्या का अपराध है