गौमूत्र ने कोरोना से बचाई जान… गाय के जन्मदिन की पार्टी रखी, 4000 लोगों की दावत…

रोचक

नासिक के एक शख्स ने अपनी गाय का जन्मदिन बड़े धूमधाम से मनाया है. करीब 4 हजार लोगों ने इस अनोखे जन्मदिन समारोह में हिस्सा लिया. सिन्नर तालुका के शिंदे पडसे गांव के रामेश्वर सदगीर ने हर साल की तरह इस बार भी गाय का जन्मदिन मनाया और इसकी चर्चा हर जगह हो रही है. रामेश्वर को बचपन से ही गो सेवा कर रहे हैं. 29 जनवरी 2016 को उन्होंने जोधपुर से एक गिर गाय अपने घर लाई और उसका नाम गीता रखा. रोजाना सदगीर परिवार इस गाय की सेवा करता है. गीता के 7 साल पूरे होने पर उन्होंने उसका जन्मदिन मनाया. उनका कहना है कि इससे दूसरों को भी गाय का महत्व समझ में आएगा और गाय की देखभाल की जाएगी.

बताया की “देश में कोरोना आया तो मुझे भी कोरोना हो गया था. हर जगह ऑक्सीजन की कमी थी, लेकिन, आज मैं गीता की वजह से जिंदा हूं. मैं रोज गोमूत्र पीता था. इससे गाय ने मुझे जीवनदान दिया. हिंदू धर्म में गाय का महत्व है. शास्त्र में भी गाय को महत्वपूर्ण माना गया है. इसलिए गोमूत्र पीने से मैं कोरोना जैसी बीमारी से ठीक हो गया. यह सब गीता की वजह से संभव हुआ. इसलिए मैं उसका बड़ा जन्मदिन मना रहा हूं,”

रामेश्वर का गांव में बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर का दुकान भी है. जब से गीता उनके घर आई है, तब से उनके व्यवसाय में भी तरक्की हुई है. अब गीता 7 साल की हो गई है और उसने सीता, वाघ्या, संतोषी और लक्ष्मण नाम के चार बछड़ों को जन्म दिया है. रामेश्वर बताते हैं कि अक्षय तृतीया के दिन सीता, गुड़ी पड़वा के दिन वाघ्या, गणेश जयंती के दिन संतोषी और गीता जयंती के दिन लक्ष्मण का जन्म हुआ.