भारत के समुद्री तटों के नजदीक इन दिनों दो तूफानों का अलर्ट है. एक तरफ अरब सागर में तेज तूफान आगे बढ़ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ बंगाल की खाड़ी में बन रहा गहरा दबाव भी तूफान में तब्दील हो रहा है. हालांकि, भारत पर इनका असर देखने को नहीं मिलेगा. अरब देशों में इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है.
कहां मौजूद है चक्रवाती तूफान “तेज”?
मौसम विभाग की ओर से आज (मंगलवा), 24 अक्टूबर को सुबह 9 बजे के अपडेट के मुताबिक, अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान “तेज” यमन तट को पार कर गया है और तटीय यमन पर एक गंभीर चक्रवाती तूफान में कमजोर हो गया है. इसके उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ने और अगले 6 घंटों के दौरान कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है.
‘हमून’ तूफान पर क्या है अलर्ट
उत्तर-पश्चिमी बीओबी पर एससीएस हमून 21 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ गया और 24 अक्टूबर को सुबह 05.30 बजे इसी क्षेत्र पर केंद्रित था, जो पारादीप (ओडिशा) से लगभग 230 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व, दीघा (पश्चिम बंगाल) से 240 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में, खेपुपारा (बांग्लादेश) से 280 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में स्थित है.
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 6 घंटों के दौरान (सुबह 9 बजे से 6 घंटे) तूफान हमून के और अधिक तीव्र होने की संभावना है. इसके बाद उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ते हुए धीरे-धीरे कमजोर होने और 25 अक्टूबर की शाम के आस-पास खेपुपारा और चटगांव के बीच बांग्लादेश तट को 65-75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चक्रवाती तूफान के रूप में पार करने की संभावना है. बता दें कि चक्रवाती तूफान को ‘हमून’ नाम ईरान ने दिया है.
ओडिशा सरकार ने जारी किया अलर्ट
इस बीच ओडिशा सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है और प्रशासन को भारी बारिश की स्थिति में निचले इलाकों से लोगों को निकालने का निर्देश दिया है.
ओडिशा में तेज हवाओं के साथ बारिश का अलर्ट
मौसम वैज्ञानिक यू एस दास ने कहा, ”सिस्टम (चक्रवात) ओडिशा तट से लगभग 200 किलोमीटर दूर समुद्र के ऊपर से गुजरेगा. इसके प्रभाव से मंगलवार तक तटीय ओडिशा में कुछ स्थानों पर और कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा की गति धीरे-धीरे 80-90 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 100 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी.
उन्होंने कहा कि संभावित चक्रवात का ओडिशा पर कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन कुछ दुर्गा पूजा पंडाल, जो तेज हवा की गति को झेलने के लिए पर्याप्त मजबूत नहीं हैं, उन्हें नुकसान हो सकता है. आईएमडी ने मछुआरों से बुधवार तक पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में और सोमवार-बुधवार के दौरान ओडिशा तट और उत्तरी बंगाल की खाड़ी में न जाने को कहा है.
पश्चिम बंगाल में भी दिखेगा असर
इस बीच, पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में मौसम विभाग (IMD) ने मंगलवार को पूर्व मेदिनीपुर, कोलकाता और दक्षिण 24 परगना जिलों के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने के साथ आंधी और मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है.