दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की 21 दिन की जमानत कल खत्म हो रही है। इससे पहले उन्होंने आज शुक्रवार को केंद्र सरकार और जेल अधिकारियों पर खुद को प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा- देश को तानाशाही से बचाने के लिए जेल जा रहा हूं। मैं परसों 3 बजे सरेंडर करूंगा। इस बार मेरे प्राण चले जाएं तो गम मत करना। जेल में मुझे प्रताड़ित करने की फिर कोशिश होगी। इन्होंने मुझे झुकाने की कोशिश पहले भी की है, लेकिन ये सफल नहीं हुए। मैं जब जेल में था तो इन्होंने मुझे बहुत प्रताड़ित किया। मेरी दवाइयां रोक दी थीं। मैं 30 साल से डायबिटीज का मरीज हूं। मुझे 10 साल से इंसुलिन के इंजेक्शन लग रहे हैं। शराब नीति घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर ED ने केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। 10 मई को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत दी थी। उन्हें 2 जून को तिहाड़ जेल में सरेंडर करने को कहा गया था। जेल में मैं 50 दिन था। इन 50 दिनों में मेरा 6 किलो वजन कम हुआ। डॉक्टर कह रहे हैं कि मुझे कई टेस्ट कराने की जरूरत है। मेरी यूरिन में कीटोन का लेवल भी बढ़ा हुआ है। मेरे हौसले बुलंद है। इस बार भी मैं झुकूंगा नहीं। आप खुश रहेंगे तो केजरीवाल भी खुश रहेगा। मैं आपके बीच नहीं आऊंगा, लेकिन आपके सारे काम होते रहेंगे। मैं जहां भी रहूं, दिल्ली के काम नहीं रुकेंगे। अस्पताल, मोहल्ला क्लिनिक, फ्री बस सेवा जैसी सभी योजनाएं चलती रहेंगी। मैंने हमेशा आपके परिवार का बेटा बन के अपना फर्ज निभाया है। आज मैं अपने परिवार के लिए आपसे कुछ मांगना चाहता हूं। मेरे माता-पिता बुजुर्ग हैं। मुझे जेल में उनकी चिंता लगी रहती है। मैं चाहता हूं कि दिल्ली की जनता मेरे माता-पिता का ख्याल रखे।
