सुंदरकांड का पाठ करने चिराग दिल्ली में उतरे AAP के मंत्री सौरभ भारद्वाज, ओवैसी-BJP-कांग्रेस ने घेरा

राजनीति

आम आदमी पार्टी दिल्ली के सभी विधानसभा क्षेत्रों में सुंदरकांड के पाठ का आयोजन कर रही है. इन कार्यक्रमों में AAP के सभी बड़े नेता शामिल होंगे. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी रोहिणी में अपनी पत्नी के साथ शामिल होंगे. इसको लेकर एक बीजेपी ने सवाल उठाए हैं तो AAP ने कहा कि कोई भी पार्टी हिंदुओं की ठेकेदार नहीं है.

दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज चिराग दिल्ली में आयोजित किए गए सुंदरकांड पाठ के आयोजन में शामिल हुए. इस दौरान उन्हें पाठ करते हुए भी सुना जा सकता है. उनके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री भी रोहिणी में आयोजित सुंदरकांड पाठ में पत्नी के साथ शामिल होंगे.

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 22 जनवरी के लिए निमंत्रण मिला या नहीं, इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन दिल्ली सरकार राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में दिल्ली सरकार कार्यक्रम आयोजित करेगी. उन्होंने कहा कि ये गलतफहमी है अगर आप खुद किसी पार्टी को हिन्दू की ठेकेदारी दे दोगे तो वो पार्टी ले लेगी.

ये बिल्कुल गलत है. नेता किसी न किसी धर्म से हैं. वो धर्म में आस्था रखते हैं. इसमें कोई दिक्क़त नहीं है. सभी को करना चाहिए. कुछ लोग तो ये भी कह रहे हैं कि क्योंकि चुनाव हों रहे हैं तो अधूरे मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है. लेकिन हम विरोध नहीं कर रहे बल्कि प्राण प्रतिष्ठा हो रही है तो करें.

वहीं दिल्ली में सुंदरकांड के पाठ पर बीजेपी प्रवक्ता बांसुरी स्वराज ने सवाल उठाए है. उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले ही अरविंद केजरीवाल को भगवान राम और सुंदरकांड पाठ याद आता है. पहले भी उन्होंने एमसीडी चुनाव से पहले सुंदरकांड के पाठ का ऐलान किया था और अब जनरल इलेक्शन से पहले सुंदरकांड पाठ कर रहे हैं.

बांसुरी ने पूछा कि क्या केजरीवाल अपने पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को इस सुंदरकांड में शामिल कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “अरविंद केजरीवाल ये बताएं कि क्या वो अपने पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को भी इस सुंदरकांड पाठ में शामिल कर रहे हैं जो सनातन धर्म का खुले मंच से विरोध करते नजर आते हैं.”

इसके अलावा बांसुरी स्वराज ने इंडिया गठबंधन में शामिल डीएमके पार्टी के नेता और तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन को लेकर पूछा कि अरविंद केजरीवाल अपने सहयोगी दल डीएमके को भी नेता दे रहे हैं जो सनातन धर्म की तुलना बीमारी से करते हैं.