दुर्ग जिले में तेजी से फैल रहा डेंगू, 4 से बढ़कर पॉजिटिव मरीजों की संख्या पहुंची 17

क्षेत्रीय

दुर्ग जिले में डेंगू के केस लगातार सामने आते जा रहे हैं। दो दिन पहले भिलाई नगर निगम में 4 केस मिले थे। अब इनकी संख्या बढ़कर 17 पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि 17 केस में 9 की ट्रेवल हिस्ट्री है। अगर 9 को छोड़ दिया जाए तो 8 केस भिलाई क्षेत्र के ही हैं।

दुर्ग नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा से मिली जानकारी के मुताबिक शहर में डेंगू के केस तेजी से सामने आए हैं। दो दिन पहले चार केस मिले थे। इसमें एक की बॉम्बे की ट्रेवल हिस्ट्री थी। इसके बाद बुधवार को 17 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इस संख्या के बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।

निगम का स्वास्थ्य अमला पिछले दो तीन दिन अलग-अलग वार्डों में दस्तक दे रहा है। निगम की टीम शिवाजी नगर जोन, शहीद चुम्मन यादव और छावनी एरिया में जाकर घर-घर लोगों से मिली। वहां जमा पानी के हटाने की सलाह दी। साथ ही जल भराव के क्षेत्र और कूलर व अन्य जगहों में दवा का छिड़काव किया। इसके साथ ही पॉजिटिव केस के बारे में पूरी जानकारी भी इकट्ठा की जा रही है।

9 मरीज को बाहर से डेंगू होना बताया
दुर्ग निगम क्षेत्र में डेंगू के 17 नए केस मिले हैं। इसमें पटरीपार में 8 और टाउनशिप में 9 केस मिले हैं। जांच करने पर 9 की ट्रेवल हिस्ट्री मिली है। ये लोग सिकंदराबाद, पूना, मुंबई समेत अलग-अलग स्थानों से लौटे हैं। यहां लौटने पर उनकी तबीयत बिगड़ी और जांच करने पर रिपोर्ट पॉजिटिव आई। सभी का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है।

लार्वा की तलाश में जुटा निगम अमला
निगम की टीम घर-घर जाकर पुराने टायर, बर्तन, टंकी में मौजूद पानी को देख रही है कि कहीं वहां डेंगू का लार्वा तो नहीं पनप रहा है। यहां तक की टीम यह भी देख रही है कि घरों के पास नारियल का खाली हिस्सा तो नहीं पड़ा है। टीम ने जोन-4 के हॉस्पिटल, हनुमान मंदिर लाइन, पंप हाउस लाइन, सुलभ लाईन, राधा कृष्ण मंदिर के आसपास का सर्वे किया और वहां डेंगू के लार्वा को मारने के लिए पानी मिश्रित टेमीफास और व्यस्क मच्छरों के नियंत्रण के लिए मैलाथियान का छिड़काव किया।

घरों के आसपास न जमा होने दें पानी
निगम की टीम लोगों को जगरूक कर रही है कि वो अपने घरों के पास पानी अधिक समय तक न जमा रहने दें। उन्हें बताया जा रहा है कि वो लोग मच्छर लार्वा के स्रोतों जैसे कूलर, टंकी, ड्रम कंटेनर व पुराने टायर में भरे पानी को फेंक दें। लोगों को जल जनित रोग (उल्टी -दस्त, टाइफाइड, पीलिया) से बचाव के लिए भी बताया जा रहा है कि। निगम ने लोगों से अपील की है कि वो पानी उबालकर पिएं, बासी, सड़े गले फल, सब्जी का सेवन न करें।