छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार हिंसा मामले में भिलाई नगर से कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को बड़ी राहत मिली है। वह पिछले छह माह से जेल में बंद हैं। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल यानी 17 अगस्त 2024 को विधायक देवेंद्र यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। बलौदा बाजार हिंसा केस में 187 लोग जेल में बंद थे। इनमें से विधायक यादव सहित 29 लोगों को जमानत मिल चुकी है। पुलिस की ओर से पेश किए गए चालान में बताया गया है कि विधायक देवेंद्र यादव ने हिंसा भड़काने का काम किया। इस केस में बलौदा बाजार पुलिस ने उन्हें 4 बार नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया। इस पर विधायक ने बयान देने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि पुलिस को बयान लेना है, तो उनके पास आए। हालांकि, इस बीच पूछताछ के लिए तीसरा नोटिस मिलने पर विधायक देवेंद्र यादव ने बलौदा बाजार एसपी से मुलाकात भी की थी। पुलिस का कहना है कि उसके पास विधायक यादव के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं।
विधायक देवेंद्र यादव के खिलाफ बलौदा बाजार हिंसा के साथ ही कोयला घोटाला और कथित MMS कांड में भी जांच चल रही है। कुछ दिन पहले भिलाई नगर पुलिस ने उन्हें फोटो-वीडियो की पुष्टि के संबंध में थाने बुलाया था। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिला मुख्यालय में 10 जून को हिंसा भड़क गई थी। सतनामी समाज के धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ से नाराज सतनामी समाज के लोग प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान भीड़ बेकाबू हो गई। हिंसक भीड़ ने बलौदा बजार कलेक्टर और एसपी ऑफिस में आग लगा दी थी। इस दौरान वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई थी।