पश्चिम बंगाल के कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल का आज तीसरा दिन है। यह भूख हड़ताल धर्मतला इलाके में डोरिना क्रॉसिंग पर जारी है। ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर केस में न्याय की गुहार लगा रहे 6 जूनियर डॉक्टरों ने 5 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की है। हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टरों में से एक डॉ. अकीब ने कहा कि सेशन कोर्ट में आरजी कर मामले में CBI की भूमिका बहुत ढीली है। हम चाहते हैं कि इस मामले में जल्द से जल्द न्याय मिले। कोई भी यह नहीं कह सकता कि हमारी मांगें गलत हैं। जूनियर डॉक्टर्स हेल्थ सेक्रेटरी एनएस निगम को हटाने, स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार के लिए जवाबदेही तय करने समेत अपनी 9 मांगों पर अड़े हैं। डॉक्टरों ने बताया कि वे भूख हड़ताल की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए मंच पर CCTV लगाएंगे, ताकि हर कोई देख सके कि वहां क्या हो रहा है? बंगाल के जूनियर डॉक्टरों ने रेप-मर्डर घटना के खिलाफ 10 अगस्त से 21 सितंबर तक 42 दिन तक हड़ताल की थी। डॉक्टरों ने सरकार के सामने 5 मांगें रखी थीं। इनमें से सरकार ने 3 मांगें मान ली थीं। CM ममता ने दो अन्य मांगों और शर्तों पर विचार करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर दी थी। वे अस्पतालों में काम पर लौट गए थे। 27 सितंबर को सागोर दत्ता हॉस्पिटल में 3 डॉक्टरों और 3 नर्सों से पिटाई का मामला सामने आया, जिससे नाराज होकर डॉक्टरों ने 1 अक्टूबर को फिर से हड़ताल शुरू कर दी थी।
4 अक्टूबर को जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल वापस ले ली, लेकिन धरना जारी रखा। उन्होंने कहा कि हम काम पर लौट रहे हैं क्योंकि सरकारी अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज परेशान हो रहे हैं। हालांकि उन्होंने राज्य सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था।
पश्चिम बंगाल: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना को लेकर पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट के जूनियर डॉक्टर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। pic.twitter.com/bmRx0M3yUX
— IANS Hindi (@IANSKhabar) October 6, 2024