डॉक्टर ऑपरेशन में कर रहे हैं देरी…’, मरीज ने फोन कर बुला ली पुलिस… जानिए मामला

राष्ट्रीय

यूपी के मेरठ स्थित लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में एक अजब-गजब नजारा देखने को मिला. जहां ऑपरेशन में देरी करने का आरोप लगाते हुए एक मरीज ने 112 नंबर पर फोन कर पुलिस को बुला लिया. इसके बाद जैसे-तैसे मरीज को समझाया गया और वार्ड में वापस भेजा गया. मरीज का आरोप था कि लगातार उसका ऑपरेशन टाला जा रहा है. जबकि, डॉक्टरों का कहना है कि मरीज की हार्ट की तीन नसें ब्लॉक हैं और उसको बाईपास सर्जरी के लिए कहा गया है. ये सर्जरी यहां नहीं हो पाएगी लेकिन मरीज मानने को तैयार नहीं है.

पूरा मामला मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के कार्डियो सर्जरी विभाग का है, जहां पर राजा नाम का मरीज (48) भर्ती है. मरीज राजा का हार्ट का ऑपरेशन होना है लेकिन उसका आरोप है कि लगातार उसे टाला जा रहा है. इससे नाराज होकर राजा ने बीते मंगलवार को 112 नंबर पर फोन किया और पुलिस से शिकायत की. मौके पर पहुंची पुलिस ने जैसे-तैसे उसे समझाया और वापस वार्ड में भेजा.

मरीज ने 9 फरवरी को इमरजेंसी में दिखाया था और 10 फरवरी को उसे कार्डियो सर्जरी विभाग में रेफर कर दिया गया. तब से ही वह यहां भर्ती है. राजा के मुताबिक, जो मरीज उससे पहले आए थे या उसके बाद में आए थे उनको ऑपरेशन के लिए ले जाया जा रहा था. सिर्फ उसे ही ऑपरेशन के लिए नहीं ले जाया जा रहा है. वहीं, डॉक्टर यह कह रहे हैं कि रेफर करा लीजिए.

मरीज का इलाज कर रहे डॉक्टर का कहना है कि मरीज की तीन नसें ब्लॉक हैं और एक नस में तो 99% तक ब्लॉकेज है. मरीज को बाईपास सर्जरी की सलाह दी गई है और बाईपास सर्जरी की सुविधा मेरठ मेडिकल कॉलेज में नहीं है. ऐसे में उसको रेफर किया जा रहा है. लेकिन मरीज सुनने को तैयार नहीं है. वह लगातार डॉक्टर से ऐसे ही इलाज करने का प्रेशर बना रहा है. फिर भी जांच की जा रही है और देखा जा रहा है कि किस तरीके से उसका इलाज किया जा सकता है. फिलहाल, पुलिस के बारे में कुछ नहीं मालूम.

वहीं, डॉक्टर धीरज कुमार सोनी (हृदय विभाग के अध्यक्ष) का कहना है कि एक पेशेंट है राजा नाम का जो तारापुरी का रहने वाला है. उसकी एंजियोग्राफी में तीनों नसें ब्लॉक पाई गई हैं. पेशेंट लगातार अपने इलाज के लिए परेशान हो रहा है और आरोप लगा रहा है कि इलाज नहीं किया जा रहा. जब नसें ब्लॉक होती हैं तो बाईपास सर्जरी किया जाता है और जब मरीज बाईपास सर्जरी के लिए तैयार नहीं होता है तो स्टैंड डालने की प्रक्रिया को देखा जाता है कि करनी है या नहीं. पेशेंट आयुष्मान योजना का लाभार्थी है. उसको पूरा इलाज दिया जा रहा है. बाईपास के बारे में भी बताया गया है. अगर वह बाईपास के लिए तैयार होता है तो ज्यादा अच्छा है. हमारे पास कोई डाक्टर बाईपास के लिए नहीं है और इसलिए मरीज को रेफर किया जाएगा.