नकली खोवा तो कई बार जब्त हुआ है, लेकिन सिंथेटिक मिल्क यानी नकली दूध बना 65 रूपये लीटर के भाव से भारी मात्रा में सप्लाई करने का बड़ा मामला दुर्ग जिले में प्रकाश में आया है। घर-घर दुर्ग पुलिस ने सिंथेटिक यानि नकली दूध बनाकर बेचने वाले आरोपी संपत दास को गिरफ्तार किया और बाद में उसका नाम-पता लेकर छोड़ भी दिया गया है।
बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने युवक को नकली दूध के साथ पकड़ा और उसकी जमकर पिटाई करने के बाद पुलिस बुलाकर आरोपी को उसके हवाले किया। यह मामला दुर्ग जिले के स्मृति नगर थाना क्षेत्र का है।
जुनवानी क्षेत्र में स्थित ग्रीन वैली कॉलोनी में सिंथेटिक दूध बनाने वाला संपत दास फ्लैट लेकर रह रहा था। वो और उसके साथी फ्लैट के अंदर ही बेकिंग सोडा, यूरिया और डिटर्जेंट की मदद से नकली दूध तैयार करते थे।
स्थानीय लोगों को फ्लैट लेकर रहने वाले संपत दास पर शक हुआ कि बिना गाय, भैंस रखे वो इतना दूध लाता कहां से है? उन्होंने उस पर नजर रखी और फिर नकली दूध के साथ रंगे हाथ पकड़ा और जमकर पिटाई की। पिटाई करने के बाद स्मृति नगर पुलिस को मामले की सूचना दी गई।
सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद नकली दूध बनाने वाले सामान के साथ आरोपी संपत दास को गिरफ्तार किया। पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुटी है कि उसके इस कारोबार में और कौन-कौन शामिल है। जांच के दौरान खाद्य विभाग को भी सूचना दी गई। खाद्य विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने दूध के सैंपल को जब्त किया है, अधिकारियों ने दूध की मौके पर ही जांच की तो उसमें डिटर्जेंट मिला हुआ पाया गया।
अब पुलिस ने इस पूरे मामले को खाद्य विभाग को सौंप दिया है। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने सैंपल को कंफर्मेटरी जांच के लिए रायपुर भेजा है। कंफर्मेटरी रिपोर्ट में अगर कोई गड़बड़ी पाई गई तो आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
स्मृति नगर पुलिस ने बताया कि आरोपी मूलत: रायगढ़ निवासी संपत दास है। वर्तमान में दीनदयाल कॉलोनी खम्हरिया में रह रहा है। जब तक जांच रिपोर्ट में यह तय नहीं हो जाता कि दूध नकली है और वो लोगों को कितना नुकसान पहुंचा सकता है, तब तक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती, इसलिए उसकी जानकारी लेकर फिलहाल उसे छोड़ दिया गया है।