दुर्ग जिले में एक फैक्ट्री संचालक से कार का सौदा करके ठगी का शिकार हो गया। उसने कार का सौदा किया। सामने वाली पार्टी के पूरे पैसे भी दे दिए। 45 दिन में कार ओनर का नाम ट्रांसफर करने का एग्रीमेंट भी हो गया। इसके बाद कार विक्रेता कार लेकर फरार हो गया। इसके बाद फैक्ट्री संचालक ने मामले की शिकायत भिलाई तीन थाने में दर्ज कराई।
भिलाई-3 पुलिस ने बताया कि उत्तर वसुंधरा नगर भिलाई 3 निवासी देवेन्द्र छतिजा की ग्राम महकाखुर्द पहंडोर के पास फूड फैक्ट्री है। उसने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। उसने बताया कि उसने ओएलएक्स पर बलेनो डेल्टा कार सर्च किया था। कार खरीदने के लिए उसने बिलासपुर निवासी अनुराग कटियार से सौदा किया। वाहन की डील 6 लाख 60 हजार रुपए में हुई। देवेन्द्र छतिजा ने 14 फरवरी 2022 को भिलाई-3 के पास अनुराग कटियार से कार की डिलीवरी ली और उसे 6 लाख 60 हजार रुपए का भुगतान कर दिया।
अनुराग कटियार ने बैंक की एनओसी व वाहन का नाम ट्रांसफर 45 दिन के अंदर करने का भरोसा दिलाया और चला गया। 45 दिन बाद जब उससे संपर्क किया तो उसने कहा कि काम हो गया है। इसके बाद वाट्सएप पर एक्सिस बैंक का स्टेटमेंट भेजा, लेकिन गाड़ी ट्रांसफर नहीं की। इससे देवेंद्र को शक हुआ और उसने बैंक में पता किया तो पता चला कि उसका फाइनेंस क्लीयर ही नहीं हुआ।
विक्रेता ने फोन बंद किया तो लिखाई एफआईआर
कार ट्रांसफर न करने और उसका बैंक फाइनेंस बकाया होने की जानकारी के लिए देवेंद्र ने अनुराग को फोन किया था। जब अनुराग का फोन बंद बताया तो वो समझ गया कि उसके साथ ठगी हुई है। इसके बाद देवेंद्र ने बिलासपुर जाकर अनुराग का पता भी लगाया, लेकिन जब वह नहीं मिला तो उसने भिलाई तीन थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अनुराग के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया है।