लोकसभा में पेश किया गया आर्थिक सर्वे, 2023-24 में विकास दर 6 से 6.8% रहने का अनुमान

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नई दिल्ली: Economic Survey 2023-24: आज यानी 31 जनवरी, 2023 को 11 बजे संसद का बजट सत्र शुरू होगा. जिसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आर्थिक सर्वेक्षण वित्त वर्ष 2023-24 को आर्थिक विकास के अनुमानों के साथ पेश करेंगी. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत के वार्षिक पूर्व-बजट आर्थिक सर्वेक्षण में 2023-24 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 6-6.8% रहने की संभावना है.

रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि सरकारी सर्वेक्षण के मुताबिक, 2023-24 के लिए जीडीपी (GDP) की वृद्धि दर 6-6.8% रहने की संभावना है. यह तीन साल में सबसे धीमी जीडीपी ग्रोथ रेट होगी. सूत्रों के अनुसार, 2023-24 के लिए नॉमिनल ग्रोथ (Nominal Growth) 11% रहने का अनुमान है.

वहीं, 1 अप्रैल से शुरू होने वाले वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि (Economic Growth) अधिकांश वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में मजबूत रहेगी. इसमें निरंतर निजी खपत, बैंकों द्वारा लोन देने में तेजी और कॉर्पोरेशन द्वारा पूंजीगत व्यय में सुधार का अहम योगदान रहेगा.

अगले वित्तीय वर्ष का बजट पेश करने से एक दिन पहले मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन द्वारा एक आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी. COVID-19 महामारी के बाद से भारत की अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है, लेकिन रूस-यूक्रेन संघर्ष ने मुद्रास्फीति के दबाव को बढ़ा दिया है. जिसकी वजह से केंद्रीय बैंकों द्वारा महामारी के दौरान सख्त मौद्रिक नीति अपनाई गई.