ED ने 10 घंटे में लालू से पूछे 60 सवाल, आज तेजस्‍वी की बारी…

राष्ट्रीय

जमीन के बदले नौकरी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद से दस घंटे से अधिक पूछताछ की। सुबह से शुरू हुआ सवालों का सिलसिला देर रात तक जारी रहा।

इस दौरान लालू प्रसाद की पुत्री और राज्यसभा सदस्य मीसा भारती ईडी कार्यालय के बाहर इंतजार करती रही। उनके साथ राजद के तमाम वरिष्ठ नेता और समर्थक भी डटे रहे। शाम ढलने के बाद राजद समर्थकों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए सुरक्षा में सीआरपीएफ को तैनात करना पड़ा।

प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दिए गए समन के बाद सोमवार की सुबह करीब 11 बजे राजद प्रमुख लालू यादव जमीन के बदले नौकरी मामले में पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर को निकले। उनके साथ पुत्री मीसा भारती भी थी।

बैंक रोड स्थित ईडी दफ्तर के बाहर जब लालू पहुंचे यहां पहले से ही राजद नेता-समर्थकों की भीड़ जुट चुकी थी। अपने नेता को आते देख कई समर्थक कार के आगे ही लेटे गए। बहुत समझा-बुझाकर इन्हें हटाया गया।

ईडी कार्यालय में मीसा भारती को प्रवेश करने से रोक दिया गया। जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों को बताया उनके पिता बीमार हैं और उठने बैठने में उन्हें परेशानी होती है। साथ ही समय-समय पर दवाएं भी देनी होती हैं।

मीसा से दवाओं का समय लेकर ईडी अधिकारी लालू प्रसाद को लेकर अंदर चले गए। लेकिन, मीसा और राजद समर्थक दफ्तर के सामने बने दादी जी मंदिर में ही डटे रहे। जमीन के बदले नौकरी प्रकरण में लालू प्रसाद से पूछताछ के लिए ईडी की टीम ने करीब 60 सवालों को सूचीबद्ध किया था, जिसे बारी-बारी से लालू प्रसाद के सामने रखा गया। कुछ सवालों के जवाब लालू प्रसाद ने सहजता से दिए, जबकि कुछ जवाब यह कहकर टाल दिए कि उन्हें याद नहीं।

पूछताछ का समय जैसे जैसे बढ़ रहा था ईडी कार्यालय के बाहर राजद समर्थकों की भीड़ बढ़ती जा रही थी। शाम ढले सुरक्षा कारणों से प्रवर्तन निदेशालय के सीआरपीएफ जवानों की टुकड़ी को तैनात कर दिया गया। जिसके बाद राजद समर्थकों के बीच लालू प्रसाद की गिरफ्तारी को लेकर संशय होने लगा। राजद कार्यकर्ता हो-हल्ला करने लगे।