एक विवाह ऐसा भी : प्रेमिका की तुड़वा दीं 2 शादियां, फिर खुद बना दूल्हा

राष्ट्रीय

बिहार के सारण जिले में अजब प्रेमी की गजब कहानी सामने आई है. दरअसल, प्रेमी ने प्रेमिका को पाने के लिए उसकी दो-दो शादियां तुड़वा दीं. फिर घरवालों के विरोध के बावजूद ग्रामीणों की मौजूदगी में मंदिर में उससे शादी की. मामला पानापुर प्रखंड के रामपुर रुद्र का है. यहां ठाकुरबाड़ी मंदिर में प्रेमी नीरज ने प्रेमिका बबीता का हाथ थामा और भगवान को साक्षी मानकर दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खाईं.

जानकारी के मुताबिक, पानापुर थाना क्षेत्र के रामपुर रुद्र के रहने वाले नीरज का हंसापिर गांव की रहने वाली बबीता से अफेयर था. दोनों के घरवाले इस शादी के खिलाफ थे. इसी बीच बबीता के घरवालों ने उसकी शादी 2021 में किसी अन्य युवक से कर दी. नीरज को जब इस बात का पता चला तो वह बबीता का भाई बनकर उसके ससुराल पहुंच गया. कुछ दिन वहीं रुका. ससुराल वालों को जब भनक हुई कि ये बबीता का भाई नहीं, बल्कि उसका प्रेमी है तो उन्होंने शादी तोड़कर बबीता को मायके भेज दिया.

लोकलाज के चलते बबीता के पिता उसकी शादी नीरज से करवाने के लिए राजी हो गए. लेकिन नीरज के घरवालों ने उनसे 2 लाख रुपये दहेज मांग लिया. बबीता के पिता 2 लाख रुपये नहीं दे सकते थे, क्योंकि उनकी आर्थित स्थिति अच्छी नहीं है. लेकिन नीरज के घरवाले दहेज लेने पर अड़ गए. मजबूर होकर बबीता के पिता ने उसकी शादी गोपालगंज जिले के जगदीशपुर में दूसरे युवक से करवा दी.

बबीता की दूसरी शादी होने के बाद भी नीरज के सिर से इश्क का भूत नहीं उतरा था. दोबारा नीरज बबीता के ससुराल पहुंच गया. वहां उसने बबीता और उसके पति को जान से मार देने की धमकी दी. धमकी से डरकर यहां भी ससुराल वालों ने बबीता को वापस मायके भेज दिया.

फिर यूं आया ट्विस्ट
नीरज की इस करतूत से बबीता भी परेशान हो गई. वह पिता के साथ रामपुर रुद्र पहुंची और सरपंच को सारी बात बताई. नीरज और उसके घरवालों को बुलाया गया. नीरज बबीता से शादी करने के लिए राजी हो गया, लेकिन अगले ही दिन वह अपने फैसले से पलट गया. फिर बबीता और उसके पिता पानापुर थाने पहुंचे और न्याय की गुहार लगाई.

नीरज से पूछताछ के लिए जब पुलिस उसे ढूंढने पहुंची को वह वहां नहीं मिला. उसकी तलाश जारी रही. फिर सोमवार को अचानक से नीरज बबीता के पास पहुंचा और शादी के लिए कहा. नीरज के घरवाले अब भी बबिता को अपनाने के लिए तैयार नहीं थे. बावजूद इसके नीरज ने गांव वालों की मौजूदगी में बबीता की मांग में सिंदूर डालकर उससे शादी कर ली.