बिग बॉस ओटीटी 2 के विनर एल्विश यादव लगातार कंट्रोवर्सी में बने हुए हैं. पिछले साल यूट्यूबर सांप के जहर की सप्लाई करने और रेव पार्टी के मामले में बुरे फंसे थे. नोएडा पुलिस ने एल्विश समेत सपेरों के खिलाफ केस दर्ज किया था. 5 लोग गिरफ्तार हुए थे. एल्विश से पूछताछ भी हुई थी. अब FSL जांच में बड़ा खुलासा हुआ है नोएडा पुलिस ने सपेरों के कब्जे से बरामद हुए सांपों के जहर को जांच के लिए FSL लैब भेजा था. इसकी रिपोर्ट अब आ गई है. FSL जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. इसके मुताबिक, कोबरा करैत प्रजाति के सांपों का जहर पाया गया है. FSL रिपोर्ट सामने आने के बाद एल्विश यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं
मामला पिछले साल का है. NGO पीएफए (मेनका गांधी की संस्था पीपल्स फॉर एनिमल्स) ऑर्गेनाइजेशन के एनिमल वेलफेयर ऑफिसर गौरव गुप्ता ने नोएडा पुलिस को एल्विश यादव के खिलाफ शिकायत की गई थी. FIR में लिखा था कि एल्विश जिंदा सांपों के साथ दिल्ली एनसीआर के फार्म हाउस में वीडियो शूट कराता है. गैरकानूनी रूप से रेव पार्टियों में इन सापों और उनके जहर का इस्तेमाल होता है. रेव पार्टियों में विदेशी लड़कियों के शामिल होने की बात भी सामने आई. आरोप था कि इन पार्टियों में स्नेक वैनम और दूसरे ड्रग्स का सेवन किया जाता था. केस में गिरफ्तार आरोपी राहुल यादव का एक ऑडियो क्लिप सामने आया था जिसमें उसने PFA मेंबर को बताया था कि उसने एल्विश की पार्टी में ड्रग्स पहुंचाई थी. पुलिस को राहुल के पास से 20ml जहर मिला था. सांपों को वन विभाग ने मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा था. इसमें खुलासा हुआ था कि 5 कोबरा की विष ग्रंथि निकाली गई थी. बाकी के 4 सांप विषैले नहीं थे. परीक्षण के बाद इन सांपों को जंगल में छोड़ दिया गया था. पूरे केस में एल्विश ने खुद को बेकसूर बताया है. उन्होंने वीडियो शेयर कर कहा था- मुझे लेकर जो भी बातें की जा रही हैं, उसमें किसी तरह की सच्चाई नहीं है. आरोपों में मेरा नाम खराब न करें. मैं यूपी पुलिस और माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से निवेदन करना चाहता हूं कि इस चीज में अगर मेरे खिलाफ 1% भी आरोप साबित हुए, तो मैं जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं. मैं सबसे कहना चाहता हूं की प्लीज बिना किसी सबूत के मेरा नाम खराब करने की कोशिश ना करें. मेरा दूर-दूर तक इससे कोई वास्ता नहीं है.