UPSC में चयन की फैलाई झूठी खबर, 3 गिरफ्तार, कलेक्टर ने खिलाई मिठाई और दी शाबाशी, लालच में खुल गई पोल

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छत्तीसगढ़ :  मुंगेली जिले के सुरीघाट में रहने वाले युवक ने अपने दोस्तों के माध्यम से यूपीएससी में सलेक्शन होने की खबर फैला दी। बाद में कलेक्टर और अन्य अधिकारियों से मिलकर शाबाशी भी ली और मिठाई भी खाई। बातचीत के दौरान शंका होने पर कलेक्टर ने उससे यूपीएसपी परीक्षा के लिए जारी एडमिट कार्ड मांग लिया। इसके बाद पूरा मामला सामने आ गया। तहसीलदार ने इसकी शिकायत मुंगेली के कोतवाली थाने में की है। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर आरोपित युवक और उसके दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है। बीते दिनों यूपीएससी का रिजल्ट जारी हुआ था। रिजल्ट में 120 नंबर पर मनोज कुमार का चयन हुआ है। इसका फायदा उठाते हुए मुंगेली जिले के सुरीघाट में रहने वाले मनोज कुमार पटेल ने खुद का सलेक्शन यूपीएससी में होने की खबर उड़ा दी। इसमें उसके दोस्तों श्रवण कुमार साहू और राजेंद्र साहू ने भी सहयोग किया। श्रवण कुमार ने वाट्सएप के माध्यम से इस झूठी खबर की जानकारी तहसीलदार अंकित राजपूत के पास भी भेजी। जिले के युवक का चयन यूपीएससी में होने की जानकारी पर तहसीलदार ने क्षेत्र की पटवारी पल्लवी भास्कर से ली। इसमें पटवारी ने भी मनोज नाम के युवक को सुरीघाट में रहना बताया। इस पर तहसीलदार ने पटवारी के माध्यम से युवक से बातचीत की। युवक ने जिले के अधिकारियों से मिलने की इच्छा जताई। यूपीएससी में सलेक्ट होने की जानकारी देकर तहसीलदार ने जिले के कलेक्टर और अन्य अधिकारियों से युवक को मिलवाया। इस दौरान युवक ने अधिकारियों से बातचीत की। साथ ही इनाम मिलने की इच्छा जाहिर की। यहीं पर कलेक्टर को शक हुआ।

कलेक्टर ने युवक से उसका एडमिट कार्ड मांग लिया। इस पर युवक ने गोलमोल जवाब दिया। बाद में उसने एडमिट कार्ड घर में होने की बात कही। कलेक्टर ने मौके पर मौजूद तहसीलदार को घर जाकर एडमिट कार्ड देखने को कहा। इस पर तहसीलदार और अन्य अधिकारी युवक के घर गए। घर पहुंचकर युवक ने झूठी खबर देने की बात स्वीकार कर ली। इसकी जानकारी होने पर कलेक्टर ने तहसीलदार को घटना की शिकायत थाने में करने को कहा। तहसीलदार की शिकायत पर पुलिस ने धारा 419, 34 के तहत मामला दर्ज कर मनोज कुमार पटेल और उसके साथी श्रवण और राजेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। युवक पूरे गांव में यूपीएससी में सलेक्शन होने की बात कहता रहा। इधर जिले के युवक का यूपीएससी में सलेक्शन होने की जानकारी पर मीडियाकर्मी और अधिकारी भी गांव पहुंच गए। उसके पास बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ था। अधिकारियों के पहुंचने पर उसे लगा कि कुछ इनाम मिलेगा। इसके लिए वह कलेक्टोरेट भी पहुंच गया। कलेक्टोरेट में भी अधिकारियों ने उसे बधाइयां दी। साथ ही मिठाई भी खिलाई। इसी दौरान उसने इनाम की इच्छा जता दी। यहीं पर कलेक्टर को शंका हो गया। उन्होंने तत्काल अधिकारियों को गांव भेजकर मामले की तहकीकात करने को कहा। तहसीलदार अंकित राजपूत ने पुलिस को बताया कि वे नायब तहसीलदार समर्थ थवाईत, पटवारी पल्लवी भास्कर के साथ युवक मनोज कुमार के घर गए। इस दौरान मीडियाकर्मी भी थे। उन्होंने घर पहुंचकर युवक से एडमिट कार्ड मांगा। इस पर युवक अपने कमरे में घुस गया। उसने करीब दो घंटे तक एडमिट कार्ड खोजने का नाटक किया। इसके बाद भी अधिकारी वहां डटे रहे। बाद में युवक ने एडमिट कार्ड दूसरी जगह होने की बात कही। तब अधिकारियों ने उससे कड़ाई की। अधिकारियों के बदलते रवैये से डरकर युवक ने झूठी खबर फैलाने की बात स्वीकार कर ली।