छत्तीसगढ़ : महासमुंद के ग्राम सिघनपुर में एक किसान की लाश खेत में लगे नीम के पेड़ से लटकी हुई मिली। मृतक किसान पूरन निषाद के बेटे ने आरोप लगाया कि बिजली कटौती और फसल की बर्बादी से उनका पिता मानसिक तनाव में था, जिसकी वजह से उन्होंने आत्महत्या की। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन जांच पूरी होने तक किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से इनकार किया है।
पटेवा थाना क्षेत्र के सिघनपुर गांव में सुबह पूरन निषाद की लाश उसके खेत में लगे नीम के पेड़ से लटकी हुई पाई गई। परिजनों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। मृतक के बेटे तुलेश्वर निषाद ने बताया कि उनके पिता ने झलप स्थित ग्रामीण सेवा सहकारी बैंक से डेढ़ लाख रुपये का केसीसी कर्ज लिया था, साथ ही साहूकारों से भी लगभग डेढ़ लाख रुपये का कर्ज लिया था। उन्होंने यह भी बताया कि बिजली कटौती की वजह से उनके पिता खेती में परेशान थे। खेत में बोरवेल खुदवाए थे, लेकिन बिजली की कमी के कारण खेत सूख गया था। वह बताते हैं कि बिजली कटौती के चलते खेत में खड़ी फसल को नुकसान हो रहा था, जिससे पिता काफी परेशान थे। इस बीच, कांग्रेस नेता अंकित बागबाहरा ने बिजली विभाग और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिजली की समस्याओं को लेकर उन्होंने कई बार धरना-प्रदर्शन किया, लेकिन विभाग ने समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि किसान पूरन निषाद ने आत्महत्या की। वहीं, महासमुंद के कलेक्टर ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिजली कटौती के कारण ही किसान ने आत्महत्या की यह कहना मुश्किल है। मामले की पूरी जांच के बाद ही सही कारण सामने आ सकेगा। एसडीएम और थानेदार को जांच के लिए निर्देश दिए गए हैं।