फिनलैंड, डेनमार्क, आइसलैंड सबसे खुशहाल देश.. जानिए यहाँ के लोगो की लम्बी उम्र का राज

रोचक

फिनलैंड एक बार फिर दुनिया का सबसे खुशहाल देश बन गया है. अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस पर पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र ने ‘वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट’ 2024 जारी की. रिपोर्ट की रैंकिंग में फिनलैंड ने लगातार सातवी बार अव्वल स्थान हासिल किया है. दूसरे नंबर पर डेनमार्क, तीसरे पर आइसलैंड और चौथे पायदान पर स्वीडन है. दिलचस्प बात है कि हमास से युद्ध लड़ रहे इजरायल की रैंक भी पांचवी है. अमेरिका को दुनिया के सबसे ज्यादा अमीर और विकसित देश माना जाता है. हालांकि, इस साल वो सबसे खुशहाल देशों की रैंक में टाॅप 20 तक में अपनी जगह नहीं बना पाया. रिपोर्ट में देशों को 0-10 के स्केल पर मापा गया है. एवरेज लाइफ इवेलुएशन के मामले में 23वें रैंक वाले अमेरिका का स्कोर 6.725 था. जबकि फिनलैंड का स्कोर 7.741 था. आइए देखते हैं कि सबसे खुशहाल देश के लोगों की औसत उम्र क्या और वो इतना लंबा क्यों जीते हैं. कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहलुओं के आधार पर देशों की खुशहाली को मापा जाता है. तब जाकर ये इन्हें ये रैंक दी गई. इनमें एवरेज लाइफ एक्सपेक्टेंसी काफी अहम फैक्टर होता है जो बताता है कि नागरिकों की औसत जीने की उम्र कितनी है. यूरोपीय संघ की रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा लाइफ एक्सपेक्टेंसी नाॅर्वे की है. यहां लोगों की औसत आयु 83.3 है. इसके बाद 83.1 आयु के साथ आइलैंड दूसरे नंबर पर आता है. स्वीडन और फिनलैंड में लाइफ एक्सपेक्टेंसी क्रमश: 82.4 उम्र और 82.2 उम्र है. इस डेटा को देखकर कहा जा सकता है कि खुशहाल देशों में रहने वाले लोग औसतन 83 उम्र तक जीते हैं दूसरी ओर वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट में आखिरी पायदान पर आने वाले देश अफगानिस्तान में लाइफ एक्सपेक्टेंसी महज 62 साल है. चलिए समझते हैं कि इन देशों में ऐसा क्या है कि यहां के लोग इतनी लंबी उम्र तक जीते हैं