ऐसा इतिहास में पहली बार हो रहा है, जब राष्ट्रगान के दौरान पूरा का पूरा शहर थम सा गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कुछ ऐसा ही नजारा था, जब सोमवार सुबह 9:00 बजे शुरू होने वाले राष्ट्रगान के ठीक पहले लगभग 1 मिनट तक सायरन की आवाज सुनाई पड़ी और चौराहों पर लोग जहां के तहां ठहर गए.
ठीक 9:00 बजे सायरन की आवाज खत्म होने पर लोगों ने राष्ट्रगान का पाठ जहां के तहां किया. स्वतंत्रता दिवस पर 15 अगस्त को आज सुबह 8:59 बजे पूरे शहर में सायरन बजा. इस दौरान सड़क पर जो जहां था, वहीं रुक गया. इसके ठीक एक मिनट बाद नौ बजे राष्ट्रगान शुरू हो बजा था.
इस दौरान सभी राष्ट्रगान के सम्मान में 52 सेकेंड तक अपने स्थान पर सावधान की मुद्रा में खड़े रहे. इसके लिए सभी से अपील की गई थी कि वे स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव को यादगार और राष्ट्र प्रेम के जज्बे से ओतप्रोत करने के लिए सड़क पर ठहर जाएं. मुख्य सचिव ने इस संबंध में स्मार्ट सिटी को तैयारी करने का आदेश दिया था.
इसके तहत सिटी कमांड कंट्रोल सेंटर की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई थी. इसके तहत 8:59 बजे पूरे शहर में लगे ट्रैफिक सिग्नल की लाइट रेड कर दी गई थी. इस दौरान शहर भर में लगाए गए सभी 60 पब्लिक एड्रेस सिस्टम और छह स्थानों पर लगी एलईडी स्क्रीन से राष्ट्रगान का प्रसारण किया गया.
ऐसे में सभी रुकने के बाद अपने दो या चार पहिया वाहन से उतर कर पास में ही सावधान की मुद्रा में खड़े हो गए और राष्ट्रगान का पाठ किए. वाराणसी के मलदहिया चौराहे पर भी कुछ ऐसा ही नजारा था. जब ट्रैफिक रुक गया और सभी जहां के तहां खड़े होकर राष्ट्रगान का पाठ किए.
पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम से पहले सायरन की आवाज सुनाई पड़ी तो फिर बाद में राष्ट्रगान शुरू हुआ. वहीं एलईडी पर लगातार राष्ट्र के नाम संदेश डिस्प्ले हो रहा था और ट्रैफिक सिग्नल लाल हो गया थाय राष्ट्रगान के समापन के बाद सभी देश भक्ति की भावना से ओतप्रोत नजर आए.