कुएं में गिरे हाथी शावक को वन विभाग ने बचाया, सूंड से JCB को छूकर किया धन्यवाद… देखे Video

छत्तीसगढ़ :  रायगढ़ वन मंडल अंतर्गत घरघोड़ा रेंज में एक हाथी शावक सूखे कुंए में गिर गया। इस मामले की जानकारी लगते ही वन अमला मौके पर पहुंचा और रेस्क्यु कर जेसीबी मशीन की सहायता के कुंए के एक छोर पर खोदाई करते हुए हाथी शावक को बाहर निकालने के लिए रास्ता बनाया। इसके बाद शावक कुंए से बाहर निकला। कुंए से बाहर आने के बाद हाथी जंगल की ओर चला गया। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, रायगढ़ वन मंडल अंतर्गत घरघोड़ा रेंज के चारमार बीट क्षेत्र में मंगलवार की सुबह कुछ ग्रामीण पहुंचे थे। यहां उन्हे लगातार एक हाथी के चिंघाड़ने की आवाज सुनाई गई। आवाज के माध्यम से ग्रामीण एक कुंए के पास पहुंचे। कुंए के नीचे देखा तो कुंआ तो सूखा था और उसमें एक हाथी शावक चिंघाड़ रहा था। ऐसे में ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। मामले की सूचना मिलते ही वन अमला मौके पर पहुंचा। प्रारंभिक रूप से हाथी शावक को बाहर निकलने के लिए तत्कालिक प्रयास किया गया, लेकिन उसमें सफल नहीं हुए। ऐसे में एक जेसीबी मशीन के माध्यम से कुंए के दूसरे छोर पर खोदाई करते हुए हाथी के बाहर निकलने का रास्ता बनाया गया। काफी देर बाद जब यह रास्ता तैयार हुआ तो हाथी शावक वहां से बाहर निकल सका।

हाथी शावक के कुंए में गिरने की जानकारी लगते ही आसपास के लोग बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए थे। हाथी शावक की चिंघाड़ सुन यह आभास हो गया था कि हाथी भूखा है। ऐसे में लोगों ने आसपास से पेड़ों का पत्ता तोड़ कर कुंए में डाला ताकि हाथी उससे अपना पेट कर सके। वहीं इसकी जानकारी मिलते ही घरघोड़ा एसडीओ, रेंजर सहित घरघोड़ा वन अमला मौके पर पहुंचा।

दो दिन पहले छाल रेंज से 30 हाथियों का दल घरघोड़ा रेंज के चारमार बीट में आया था। आशंका जताई जा रही है कि इस दल में यह शावक शामिल था और दल से बिछड़ गया। इस दौरान वह भटक कर गांव से डेढ किलोमीटर दूर जंगल में बने एक निजी कुंए के पास पहुंचा और उसमें गिर गया। रात भर वह कुंए में ही रहा। सुबह जब लोग कुंए के आसपास पहुंचे तो उसकी चिंघाड़ सुनी। इसके बाद वन विभाग का रेस्क्यु आपरेशन शुरू हुआ।

कुंए में गिरे हाथी शावक को बाहर निकालने के लिए वन अमला मशक्कत करता रहा और जेसीबी के माध्यम से गड्ढ़ा उसके बाहर निकलने का रास्ता तैयार किया गया। इस बीच जब हाथी शावक उस रास्ते से बाहर आया तो वहां खड़ी जेबीसी के सूड़ से चंद पलों के लिए पकड़ लिया। मानों यह जेबीसी चालक पर अपनी कृत्ज्ञता जाहिर कर रहा हो। इसके बाद हाथी शावक जंगल की ओर चला गया।

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