पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की लंदन से वापसी हो रही है. वो शनिवार को 4 साल बाद पाकिस्तान पहुंच रहे हैं. नवाज शरीफ सबसे पहले इस्लामाबाद आएंगे. करीब दो घंटे आराम करेंगे. उसके बाद लाहौर पहुंचेंगे. दो दिन पहले ही इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने नवाज शरीफ की पाकिस्तान वापसी का रास्ता साफ किया था. कोर्ट ने पूर्व प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार के दो मामलों में सुरक्षात्मक जमानत दे दी है. एक अन्य अदालत ने एक अलग केस में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट निलंबित कर दिया है.
बता दें कि नवाज शरीफ ने साल 2019 में जमानत पर छूटने के बाद पाकिस्तान छोड़ दिया था और यूनाइटेड किंगडम में रहने लगे थे. अब करीब चार साल बाद स्वदेश लौट रहे हैं. यहां लाहौर में मीनार-ए-पाकिस्तान में एक बड़ी रैली आयोजित की गई है, जिसे नवाज शरीफ भी संबोधित करेंगे. पार्टी ने विशाल सभा की पूरी तैयारी कर ली है. नवाज शरीफ सबसे पहले दोपहर 12:40 बजे (पाकिस्तान समय) इस्लामाबाद पहुंचेंगे. वो वहां इस्लामाबाद एयरपोर्ट के पास मुस्लिम लीग गेस्ट हाउस में 2 घंटे रुकेंगे. उसके बाद वो लाहौर आएंगे.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की कानूनी टीम को उम्मीद है कि पूर्व पीएम को पाकिस्तान पहुंचने के तुरंत बाद जेल नहीं जाना पड़ेगा. क्योंकि इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने गुरुवार को शरीफ को अस्थायी राहत प्रदान की है. नवाज को एवेनफील्ड और अल-अजीजिया भ्रष्टाचार मामलों में 24 अक्टूबर तक सुरक्षात्मक जमानत मिली है. भ्रष्टाचार विरोधी अदालत ने तोशाखाना वाहन मामले में उनके गिरफ्तारी वारंट को भी निलंबित कर दिया है.
‘विपक्षी दलों के निशाने पर आए नवाज’
वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पाकिस्तान वापसी का विरोध भी तेज हो गया है. विपक्षी दलों ने उनकी आलोचना की है. दरअसल, नवाज शरीफ की पाकिस्तान वापसी को लेकर जहां उनके समर्थक जोर-शोर से चर्चा कर रहे हैं और स्वागत की तैयारी में हैं. वहीं दो मुख्य विपक्षी दलों ने उनके आने पर कथित विशेष इंतजामों को लेकर हमला बोला है.
‘जीत का भरोसा होने तक चुनाव नहीं होने देंगे नवाज’
शुक्रवार को इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने एक्स पर ‘सर्टिफाइड_चोर_की_ वापसी’ हैशटैग चलाया. पोस्ट में दिखाया गया कि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान कह रहे हैं कि जब तक उन्हें (शरीफ) जीत का भरोसा नहीं हो जाता, वो चुनाव नहीं होने देंगे. इमरान खान कहते हैं, वह (शरीफ) कहेंगे, पहले किसी भी तरह इमरान खान से छुटकारा पाएं, ताकि मैं चुनाव लड़ने में असमर्थ हो जाऊं. क्योंकि उन्हें नहीं पता कि न्यूट्रल अंपायर के साथ मैच कैसे खेलना है. तो वो कहेंगे, पहली बात खान को हटाना है क्योंकि वह (शरीफ) खान से नहीं लड़ सकते हैं.
दूसरा, वो (शरीफ) कहेंगे, मेरे सभी भ्रष्टाचार के मामले खत्म कर दो और तीसरा, चुनाव आयोग पहले से ही उनका है. इसलिए जब तक उन्हें जीत का भरोसा नहीं होगा, तब तक वे चुनाव नहीं होने देंगे. लेकिन समस्या यह है कि पाकिस्तान तेजी से नीचे गिर रहा है.
‘चुनाव में देरी होना वोट का अनादर होगा’
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने नवाज शरीफ की आलोचना की थी और कहा था, एक व्यक्ति की वापसी के कारण संविधान, चुनाव और लोकतंत्र रुक गया है. भुट्टो ने पीएमएल-एन पर भी निशाना साधा. एक सार्वजनिक रैली के दौरान बिलावल के भाषण के हवाले से कहा गया, हमारे पिछले सहयोगियों को यह स्वीकार करना होगा कि चुनाव में देरी करने से ‘वोट को सम्मान नहीं मिलेगा’, बल्कि उसका अनादर होगा.
‘आज लाहौर में सभा करेंगे नवाज!’
इस बीच, पीएमएल-एन के आधिकारिक एक्स हैंडल ने शनिवार की रैली का एक पोस्टर शेयर किया गया, जिसका शीर्षक था ‘मीनार-ए-पाकिस्तान इतिहास का गवाह बनेगा.’ कल, एक नया युग शुरू होगा. एक नई आशा, एक नई नियति. एक सपना, जिसे केवल एक नवाज शरीफ ही साकार कर सकते हैं. एक्स पर एक अन्य पोस्ट में कहा गया है- अपने और अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए वतन के वास्तुकार मियां नवाज शरीफ का स्वागत करने के लिए मीनार पाकिस्तान लाहौर आएं. यह राष्ट्र के प्रति हमारे परोपकारी की सेवाओं को स्वीकार करने का समय है.