बिलासपुर जिले में एक युवक ने गर्लफ्रेंड का पहले तो 4 साल तक शारीरिक शोषण किया। इसके बाद फिर उसे घुमाने ले गया और जबरन शारीरिक संबंध बनाया। इस पर लड़की ने उसका विरोध किया, तब उसे पीटकर हाईवे में छोड़ दिया। जिसके बाद यह पूरा मामला सामने आया है। पुलिस ने रेप का केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामला रतनपुर थाना क्षेत्र का है।
टीआई प्रसाद सिन्हा ने बताया कि 4 मार्च की रात पुलिस की हाईवे पेट्रोलिंग टीम ग्राम भरारी के पास घूम रही थी। इस दौरान उन्हें एक लड़की रोते-बिलखती दिखी। तब पुलिस ने उससे पूछताछ की, तो उसने बताया कि रतनपुर के करैहापारा निवासी आफताब मोहम्मद (19) पिता फैज मोहम्मद उसे घूमाने के लिए खूंटाघाट ले गया था और उसके जबरदस्ती दुष्कर्म किया।
घर पर ही रहता था युवक
शिकायत के आधार पर पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर आरोपी की तलाश शुरू की थी। बताया गया है कि आरोपी घर पर ही रहता था। वहीं लड़की भी कॉलेज में पढ़ती है।
4 साल पहले हुई दोस्ती
लड़की ने पुलिस को बताया कि 4 साल पहले वह जब स्कूल में पढ़ती थी, तब उसकी पहचान आफताब से हुई थी। फिर उससे दोस्ती हो गई। दोस्ती के बाद उसने प्यार का इजहार किया था। इसी बात से लड़की उसके झांसे में आ गई। इसके बाद उस दौरान भी लड़का उसे अपने साथ घुमाने ले गया था। घुमाने के बहाने उसने लड़की से रेप किया था। मगर बदनामी के डर से युवती ने किसी को इस बारे में जानकारी नहीं दी थी। इसी बात का फायदा उठाकर आरोपी उससे रेप करता रहा।
शादी लग गई, फिर भी जबरदस्ती ले गया
पीड़िता ने यह भी बताया कि इस बीच युवक की शादी लग गई। फिर भी 4 मार्च को वह उसे खूंटाघाट घुमाने ले गया था। यहीं उसने शारीरिक संबंध बनाने के बाद लड़की को पीटा है। लड़की ने ये भी आरोप लगाया कि पुलिस के पास मामला जाने के बाद लड़के के घरवाले उस पर केस वापस दर्ज लेने का दबाव बनाते रहे। लड़के का चाचा भाजपा पार्षद है, ये बताकर भी परिवालों पर दबाव बनाने की कोशिश की गई है। मगर लड़के के परिजन नहीं माने। आखिरकार पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
रात में हुआ मेडिकल
उधर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ महिला चिकित्सकों की मनमानी के चलते दुष्कर्म पीड़ित लड़की का मेडिकल परीक्षण जल्दी नहीं हो सका। इसके लिए पुलिस उसे लेकर घंटों भटकती रही। डॉक्टर की अनुपस्थित रहने के कारण बिलासपुर में उसका मेडिकल कराया गया। रतनपुर में पदस्थ महिला डॉक्टर ने मेडिकल करने के लिए उसे निजी अस्पताल में बुलवाया, तब जाकर 5 मार्च की रात में उसका मेडिकल हो सका है।