छत्तीसगढ़ : बिलासपुर में हैवंस पार्क बार में दबिश देकर पुलिस ने रसूखदार ठेकेदार कांग्रेस नेता के साथ ही भाजपा नेता समेत 10 जुआरियों को पकड़ा। उनके पास से 2 लाख कैश भी बरामद किया गया, लेकिन जब मामला थाने पहुंचा, तब केवल 7 लोगों को ही आरोपी बनाकर मुचलके पर छोड़ दिया। इसकी भनक लगते ही एसपी रजनेश सिंह ने पुलिस अफसरों को फटकार लगाई, जिसके बाद बिजली ठेकेदार कांग्रेस नेता सहित होटल मालिक और मैनेजर को भी आरोपी बनाया गया। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। जुआरियों में भाजपा व कांग्रेस नेता के अलावा ठेकेदार, व्यवसायी व व्यवसायी पुत्र भी शामिल है। हाल ही में भाजपा मंडल की कुर्सी संभालने वाले मंडल अध्यक्ष के भाई शरद यादव, तखतपुर के भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह के खास समर्थक रसीद बख्श, कांग्रेस के पूर्व विधायक के समर्थक, ठेकेदार व कांग्रेस नेता अभिवन तिवारी का नाम प्रमुख है। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ जुआ एक्ट के अलावा संगठित अपराध की धारा भी लगाई गई है। हैवेंस पार्क बार में आबकारी विभाग की टीम ने छह दिसंबर को दबिश देकर दूसरे प्रदेश की शराब जब्त की थी। इसके बाद कलेक्टर ने बार का लाइसेंस 15 दिनों के लिए निरस्त कर दिया। शनिवार की सुबह आबकारी अमले ने बार को सील किया था। इस कार्रवाई को 24 घंटे भी नहीं हुए थे। तभी रात में गश्त पर निकले तारबाहर टीआई जेपी गुप्ता ने होटल के बाहर गाड़ियों की भीड़ देखकर छापेमारी की। तब पता चला कि होटल के एक कमरे में बैठकर 8-10 युवक जुआ खेल रहे थे। तारबाहर टीआई ने भाजपा-कांग्रेस नेताओं के साथ ही युवकों को जुआ खेलते रंगे हाथों पकड़ा। उनके पास से 2 लाख रुपए कैश भी बरामद किया गया। उन्होंने इस घटना की जानकारी सिविल लाइन थाने को दी, जिसके बाद सभी आरोपियों के साथ ही जब्त कैश को सिविल लाइन थाने को सौंप दिया। रविवार की सुबह पता चला कि इस केस में पुलिस ने केवल सात लोगों को ही आरोपी बनाया है, जिसमें भाजपा नेता शामिल थे। वहीं, कांग्रेस नेता व बिजली ठेकेदार अभिनव तिवारी सहित तीन अन्य आरोपियों को बिना कार्रवाई के ही छोड़ दिया गया। इसकी भनक लगते ही एसपी रजनेश सिंह पुलिस अफसरों पर भड़क गए।
उन्होंने बिजली ठेकेदार को छुड़ाकर ले जाने वाले शराब कारोबारी के मैनेजर को भी पकड़ने के निर्देश दिए। इसके साथ ही होटल के मालिक आकाश जीवनानी व मैनेजर पर भी कार्रवाई करने कहा। जिसके बाद हरकत में आई पुलिस ने उन्हें भी आरोपी बनाकर केस दर्ज किया है। सभी आरोपियों के खिलाफ जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।