गाजियाबाद: कोर्ट के आदेश पर 35 पुलिसवालों के खिलाफ FIR,महंत को फर्जी केस में फंसाने का आरोप

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गाजियाबाद के थाना लोनी बॉर्डर इलाके में सिद्ध बाबा मंदिर मोनू धाम के महंत और उनकी पत्नी की शिकायत के आधार पर सोमवार को इस मामले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. पिछले कुछ महीनों से यह मामला कोर्ट में लंबित था. कोर्ट ने करीब 40 दिन पहले ही आरोपियों पर केस लगाने के आदेश दिए थे. अब जाकर उनके खिलाफ आरोप लगाए हैं और एफआईआर की गई है l

पिछली साल जुलाई में पुलिस अफसर और उनके साथ अन्य महंत के घर में पहुंचे थे. महंत की पत्नी ने आरोप लगाए थे कि पुलिसकर्मियों ने उनके घर में लूटपाट की थी. जब उन्होंने इस बात का विरोध किया था तो उन पर ही झूठा केस कर दिया और फिर उन्हें जेल भेज दिया गया था. पुलिस के इस कारनामे के पीछे उन्होंने किसी स्थानीय नेता का जिक्र भी किया था. महंत ने जेल से वापस आने के बाद पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की कोशिश की. जब नहीं हो पाई तो उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. कोर्ट ने सुनवाई के दौरान 35 आरोपियों समेत 3 अन्य पर एफआईआर दर्ज करन के आदेश दिए थे. इस फैसले पर अमल करते हुए पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है l

पुलिस पर लगे ये आरोप
महंत की पत्नी ने पुलिस में जो इस्थगासा में बताया है कि उनके पति सिद्ध बाबा मंदिर मोनू धाम में महंत हैं. इस मंदिर में सालभर खूब चढ़ावा आता है जिन पैसों से वह मंदिर का रख-रखाव भी करते हैं साथ ही आस-पास के लोगों के लिए भोग प्रसाद भी बांटते हैं. इतना ही नहीं पैसे इकट्ठे होने पर वह गरीब बच्चियों को शादियां भी करवाते थे. उनके मंदिर के चढ़ावे को देखते हुए मनीष भाटी और विकास दुबे ने उनसे दो करोड़ की रंगदारी की मांग की थी

इस घटना के बाद ही 6 जुलाई 2022 को उनके घर में जांच के नाम पर पुलिसकर्मी आए और घर के अंदर सब सामान चेक करने लग गए. उनकी पत्नी ने सामान लूटने का विरोध किया तो दोनों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने का फर्जी केस बनाकर जेल पहुंचा दिया l