छत्तीसगढ़ में मालगाड़ी डिरेल..आज भी रूट क्लियर नहीं, 6 ट्रेनें रद्द, 11 का रूट डायवर्ट

क्षेत्रीय

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर रेल मंडल अंतर्गत बिलासपुर-कटनी रेलखंड पर मंगलवार को एक बड़ा रेल हादसा हुआ। कोयले से भरी मालगाड़ी के 22 वैगन खोंगसरा और भनवारटंक स्टेशन के बीच पटरी से उतर कर पलट गए। इस की जानकारी मिलते ही रेलवे के कर्मचारी और अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू कर दिया। इस घटना के चलते इस मार्ग से गुजरने वाली 6 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जबकि 6 ट्रेनें बीच में ही रोक दी गई हैं। इसके अलावा 11 ट्रेनों का रूट डायवर्ट कर दिया गया है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार एक मालगाड़ी बिलासपुर की ओर आ रही थी। सुबह 11.15 बजे भनवारटंक स्टेशन के स्टेशन मास्टर ने मालगाड़ी को आगे जाने लाइन क्लियर की। इसी दौरान कोयले से भरे 22 वैगन लोको मोटिव से अलग होते हुए डिरेल होकर पलट गए। इस हादसे के चलते ट्रैक पर कोयले का ढेर लग गया। यही नहीं ट्रैक सहित ओएचई तार और सिग्नल के खंभे भी डैमेज हो गए। इससे इस रूट से गुजरने वाली यात्री ट्रेनें रोक दी गईं। रेलवे प्रशासन ने बिलासपुर, रायगढ़, अनूपपुर, शहडोल, उसलापुर, दुर्ग, रायपुर, गोंदिया सहित अन्य स्टेशनों पर हेल्प डेस्क बनाया है।

रेलवे के सीनियर डीसीएम ने बताया कि इस हादसे के चलते यात्री ट्रेनों के साथ ही कोयला ले जाने वाली मालगाड़ी भी आंशिक रूप से प्रभावित हुई है। बहरहाल कोयला गाड़ी को कोरबा से नागपुर रूट होकर चलाया जा रहा है। इसके साथ ही बिलासपुर में कोयले के घुटकू साइडिंग जो प्रभावित हो रहे हैं, उनके लिए उस्लापुर से मालगाड़ी भेजी जा रही है। रायपुर, दुर्ग तरफ से जाने और आने वाली ट्रेनों के डायवर्ट हो जाने से बिलासपुर तरफ के कई यात्रियों की ट्रेन छूटी है। क्योंकि अमरकंटक और सारनाथ एक्सप्रेस को गोंदिया होकर जबलपुर के रास्ते चलाया गया। हालांकि रेलवे प्रशासन ने इंटरसिटी से दुर्ग तक पहुंचाने की व्यवस्था की।