Google ने Play Store से लगभग 2000 लोन ऐप्स को किया डिलीट, फर्जी तरीके से कर रहे थे काम

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गूगल ने प्ले स्टोर से लगभग 2000 ऐप्स को रिमूव किया है. ये सभी पर्सनल लोन से जुड़े ऐप्स थे, जिन्हें कंपनी ने सेफ्टी कारणों से रिमूव किया है. कंपनी का कहना है कि लोने देने वाली कैटेगरी से हटाए गए इन ऐप्स की संख्या लगभग आधी है. इन ऐप्स को इस साल की शुरुआत से ही रिमूव किया जा रहा है.

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के आदेश के बाद से गूगल ने अपना फोकस लेंडिंग ऐप्स पर कर लिया है. कंपनी आने वाले समय में यूजर्स की सेफ्टी को और बेहतर करने में लगी है. आने वाले कुछ हफ्तों में गूगल कई पॉलिसी चेंज का ऐलान कर सकती है.

यूजर सेफ्टी के लिए हटाए गए ऐप्स
इसकी जानकारी कंपनी ने एक इवेंट में दी है. गूगल APAC (एशिया पैसिफिक रीजन) के सीनियर डायरेक्टर और ट्रस्ट एंड सेफ्टी हेड Saikat Mitra ने ये जानकारी एक कार्यक्रम में दी है.

उन्होंने बताया कि कंपनी हमेशा जिस रीजन में काम करती है वहां के कानून का पालन करती है. मित्रा ने साफ किया है कि उनकी प्राथमिकता यूजर्स सेफ्टी है और ये हमेशा उनकी कोर वैल्यू रहेगी.

जल्द होंगे कई नए बदलाव
गूगल एक्जीक्यूटिव ने ये भी कहा है कि आने वाले समय में टेक कंपनी इन मानकों को और कड़े कर सकती है. उन्होंने बताया, ‘हम कुछ और पॉलिसी बदलाव की प्रक्रिया में हैं, जो आने वाले कुछ हफ्तों में सामने आ सकती हैं. जिन्हें हम जरूरत के हिसाब से और मुखर करेंगे.’

मित्रा ने जानकारी दी है कि गूगल ने भारत में Google Play Store से लगभग 2000 लेंडिंग ऐप्स को रिमूव किया है. इन ऐप्स को इनपुट और पॉलिसी उल्लंघन, डिसक्लोजर की कमी और गलत जानकारी देने के कारण हटाया गया है.

विभिन्न लोन ऐप्स की नेचर पर मित्रा ने कहा कि भारत में मौजूद ऐप्स को मिसरिप्रजेंटेशन, पॉलिसी और रेगुलेशन का पालन नहीं करने की वजह से हटाया गया है. उन्होंने कहा कि कंपनी सरकार और इंडस्ट्री के साथ मिलकर इस मामले पर काम करेगी.