ईरान में ग्रैमी अवॉर्ड जीतने वाले एक सिंगर को 3 साल की सजा सुनाई गई है। सिंगर शर्विन हाजीपुर ने सितंबर 2022 में पुलिस कस्टडी में मारी गई महसा अमिनी और हिजाब विरोधी प्रदर्शन के समर्थन में गाना लिखा था। इस वजह से उस पर प्रदर्शन भड़काने और सरकार के खिलाफ प्रचार करने के आरोप लगाए गए थे।
सिंगर शर्विन हाजीपुर पर 2 साल का ट्रैवल बैन भी लगाया गया है। उसे अमेरिकी हिंसा को लेकर गाना लिखने के लिए भी कहा गया है। शर्विन को 2023 में गाने के जरिए सामाजिक बदलाव लाने वाली स्पेशल कैटेगरी में ग्रैमी अवॉर्ड मिला था। यह अवॉर्ड उन्हें अमेरिका की फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन ने दिया था। शर्विन ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट के जरिए सजा की जानकारी दी। लिखा- मैं न्याय करने वाले जज का नाम नहीं लूंगा, क्योंकि इससे उनको धमकाया और शर्मिंदा किया जा सकता है। इंसानियत का धर्म शर्मिंदा करना और धमकाना नहीं है। एक दिन हम एक-दूसरे को समझेंगे।
शर्विन हाजीपुर ने 28 सितंबर 2022 को महसा अमिनी और हिजाब विरोधी प्रदर्शन के खिलाफ ‘बराए’ नाम का गाना सोशल मीडिया पर शेयर किया था। अंग्रेजी में ‘बराए’ का मतलब होता है ‘फॉर’ (किसी के लिए)। गाना पब्लिश होने के अगले दिन ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। गाने के लिरिक्स के जरिए शर्विन ने बताया कि ईरान की जनता क्यों सरकार के खिलाफ है। उन्होंने लोगों के ट्वीट से गाने के बोल बनाए। इसमें महिलाओं, बच्चों, गरीबी, भ्रष्टाचार का जिक्र किया गया। गाने को दो दिन में 4 करोड़ लोगों ने देखा था।