ग्वालियर : गोरखी में ‘महाराज’ बनकर पूजा करने पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया

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मध्यप्रदेश : देशभर में नवरात्रि का पर्व धूमधाम से बनाया जा रहा है। देश में मौजूद शाही रियासतों में से एक ग्वालियर रियासत में भी नवमी का त्यौहार बनाया गया। ग्वालियर के महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने बेटे महाआर्यमन के साथ शाही लुक में गोरखी देवघर पूजा करने पहुंचे।

ग्वालियर परिवार के लिए गोरखी देवघर काफी महत्व रखता है। कुछ भी बड़ा अवसर या त्यौहार होने पर परिवार यहां पर पहुंच कर पूजा करता है। ऐसा ही एक त्योहार नवारात्रि में नवमी और विजयादशमी का होता है। जिस दिन ग्वालियर रियासत के महाराज शाही अंदाज में तैयार होकर पूजा की

ग्वालियर का शाही परिवार नवमी और विजया दशमी का त्यौहार गोरखी स्थित देवघर में मनाता है। परिवार के महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया और युवराज महाआर्यमन सिंधिया शाही पोशाक पहनकर पूजा करने के लिए पहुंचते है। गोरखी देवघर ग्वालियर परिवार के लिए खास माना जाता है। इसके साथ ही गोरखी देवघर में ग्वालियर शाही परिवार के कुल देवी देवताओं के मंदिर है।

सिंधिया परिवार के सभी कुल देवी और देवता जहां विराजे जाते है उनके गोरखी देवघर कहा जाता है। हर त्यौहार या खास अवसर पर परिवार यहां पहुंचकर विधि-विधान से पूजा करता है। इतना ही नहीं राजघराने का परिवार अपने राजशाही अंदाज में तैयार होकर पूजा करने आता है। शारदीय नवरात्रि में यहां खास पूजा होती है।