Gaza पट्टी में बच्चों को आतंकी बनने की ट्रेनिंग दे रहा Hamas! सामने आईं Photos

अंतरराष्ट्रीय

Israel के सैनिकों ने हमास के जिन आतंकियों को मारा, उनमें से कुछ आतंकियों के हेडकैम और कैमरा रिकॉर्डर में हमास के खिलाफ डरावने सबूत मिले हैं. सबूत किस बात के… इसके कि हमास आतंकी गाजा पट्टी में बच्चों को हथियार चलाने और गोरिल्ला युद्ध करने की मिलिट्री स्टाइल ट्रेनिंग दे रहे हैं. बाकायदा इसके लिए ट्रेनिंग स्कूल खोल रखा था.

इनमें से कई बच्चें तो 14 साल से कम उम्र के हैं. यह दावा किया है इजरायली सेना की उस टुकड़ी ने जो आतंकियों के मरने के बाद सबसे पहले वहां पहुंची. इस टुकड़ी का नाम है साउथ फर्स्ट रेसपॉन्डर्स (SFR). इस यूनिट ने बच्चों की आतंकी ट्रेनिंग के फोटो और वीडियो मारे गए आतंकियों के शरीर पर लगे कैमरों की रिकॉर्डिंग से निकाली है.

SFR का कहना है कि गाजा पट्टी में फिलिस्तीनी बच्चों के दिमाग को बहला-फुसलाकर, डराकर बदला जा रहा है. उन्हें गलत ट्रेनिंग दी जा रही है. किताबें पढ़ने की उम्र में वो बड़े-बड़े असॉल्ट राइफल उठा रहे हैं. उन्हें मिलिट्री स्टाइल ट्रेनिंग कैंप्स में डाला जा रहा है. SFR ने हमास आतंकियों के कत्ल-ए-आम का वीडियो भी जारी किया था.

Hamas Children Terrorist Training Camp

फार अजा में दी जा रही थी ट्रेनिंग

वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे हमास आतंकी इजरायली घरों में घुसकर नरसंहार कर रहे हैं. इजरायली लोगों को खोज-खोजकर गोली मार रहे हैं. बच्चों की ट्रेनिंग और घरों पर हमास आतंकियों के हमले का वीडियो ज्यादार फार अजा इलाके का है. जिसमें हमास कमांडर बच्चों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रहे हैं. इनमें से कई बच्चों की शक्ल तो बेहद मासूम है.

जो सामने आया उसे मार डाला

जिन आतंकियों के शरीर पर ये कैमरे मिले हैं, वो अत्याधुनिक असॉल्ट राइफल और आरपीजी यानी रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रैनेड्स से लैस थे. ये जहां भी जा रहे थे मौत का तांडव मचा रहे थे. जो भी सामने आ रहा था उसे गोली मार दे रहे थे. चाहे वह इंसान हो या जानवर. ये हर घर में जाकर इजरायली लोगों को खोज रहे थे. जैसे ही कोई सामने आता, उसे मार डाल रहे थे.

Hamas Children Terrorist Training Camp

इजरायल के जवाबी हमले में भारी नुकसान

हमास आतंकियों ने 1400 से ज्यादा लोगों को चाकू मारकर, आग लगाकर और गोलियों से भून कर मार डाला. इजरायल के जवाबी हमले में अब तक गाजा में 2670 लोग मारे गए हैं. जिनमें अधिकतर फिलिस्तीनी नागरिक हैं. लोगों की भलाई के लिए काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने इजरायल द्वारा गाजा पट्टी पर हमला करने की नाराजगी जताई है.

इजरायल ने पहली गाजा पट्टी पर 1967 में पूरा कब्जा किया था. यह लड़ाई छह दिन चली थी. इसे बाद में 2005 को वापस फिलिस्तीन की सरकार को सौंप दिया गया था. इसके एक साल बाद इजरायल ने 362 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल वाले गाजा पट्टी पर प्रतिबंध लगाए. हवा, जमीन और पानी से कहीं से भी कोई नागिक न बाहर जा पाएगा. न ही अंदर आएगा.