छत्तीसगढ़ सरकार ने आवारा मवेशियों को शेल्टर देने के लिए गौठानों का निर्माण किया है। गौठान वो जगह है जहां गायों को रखा जाता है उनकी देख बाल की जाती है। हालांकि सरकार इसको लेकर कई दावें करती आ रही है। वही दूसरी तरफ सभी जिलों में रोका – छेंका अभियान के तहत मवेशियों को सड़क के उठा कर गौठानों में शिफ्ट किया जाता है। मगर जो तस्वीर सामने आरही है वो खुद रोका – छेंका अभियान और सरकार के दावों की पोल खोल रही है।
जानकारी के लिए बता दें कि गोधन न्याय योजना, छत्तीसगढ़ सरकार की सबसे लोकप्रिय योजनाओं में से एक है और इसकी शुरुआत 20 जुलाई 2020 को हरेली पर्व से हुई थी। इस योजना के तहत गौठानों में ग्रामीण पशुपालकों से गोबर 2 रुपये प्रति किलो और गोमूत्र 4 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीदा जा रहा है।
वीडियो में जो जगह दिख रही है वो छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा और रायपुर में स्थित स्वामी विवेकानन्द हवाई अड्डा है। रोज़ हज़ारों लोग यहां से आना जाना करते है। और कई बड़े प्रदेश के अतिथि इस हवाई अड्डा से छत्तीसगढ़ की सुंदरता को देखने आते है। हाल ही में G -20 को लेकर जो अतिथि आये थे उनका भी स्वागत इसी हवाई अड्डे पर किया गया था। मगर मुद्दे की बात ये है कि आखिर जहां जिला प्रशासन तमाम तरह के दावे कर रहा है बीच बीच में तस्वीरें भी जारी कर रहा है की वे रोका – छेंका को लेकर पूरी तरह सख्त है तो वही ये वीडियो प्रशासन के दावों की पोल खोल रहा है।