हजारीबाग बार एसोसिएशन वोटिंग के दौरान आपस में भिड़े वकील, हुई हाथापाई

राष्ट्रीय

झारखंड : हजारीबाग बार एसोसिएशन का चुनाव गहमा-गहमी के बीच संपन्न हो गया. बुधवार शाम मतगणना शुरू होने के बाद अध्यक्ष पद के दावेदार और उनके समर्थक भारी संख्या में जमा हो गए. रात्रि अध्यक्ष पद पर दुबारा राजकुमार राजू के जीत की घोषणा के साथ मतगणना स्थल पर तब तनाव पैदा हो गया, जब राजू की जीत पर समर्थकों ने जमकर नारेबाजी शुरू कर दी.

इसी दौरान उनके वकील भांजे मनीष से दूसरे वकील विवेक वाल्मिकी का झगड़ा हो गया. दोनों के बीच मारपीट शुरु हो गई. फिर तो मानो बार एसोसिएशन अखाड़ा बन गया. दोनों पक्षों के वकील आपस में भिड़ गए. उनके बीच मारपीट होने लगी. एक-दूसरे पर कुर्सियां फेंकी गईं. तो हाथ आया वो उठा कर मार दिया गया. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों को भी लड़-झगड़ रहे वकीलों को अलग-अलग करने में चोट आई. सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और पुलिस बल पहुंचा. मतगणना रोक दी गई. अब अगले आदेश के बाद इसे फिर से शुरू करने की बात कही जा रही है.

बताया जा रहा है कि विवाद बहुत मामूली अंतर से राजकुमार राजू को जीत की घोषणा के बाद से शुरू हुआ था. अध्यक्ष पद के दावेदार राजकुमार राजू की 387 वोट मिले और उनके प्रतिद्वंदी जवाहर प्रसाद को 374 वोट मिले. उपाध्यक्ष सचिव और अन्य पदों के लिये वोटिंग चल ही रही थी कि इस विवाद के बाद मचे घमासान के बाद वोटिंग रोक दी गई. इसमें दोनों पक्ष के कई अधिवक्ता पीटे गए हैं.

घटना के बाद झारखंड स्टेट बार काउंसिल के सदस्य मनोज कुमार ने काउंसिल को पत्र लिख कर अध्यक्ष से मामले में संज्ञान लेकर जांच और कार्रवाई करने का आग्रह किया है. उन्होंने पत्र में लिखा कि जिले के वकीलों का आचरण बिगड़ता जा रहा है, जिससे पेशे को नुकसान पहुंच रहा है.

वहीं, जवाब में काउंसिल के अध्यक्ष राजेंद्र कृष्णा ने कहा है कि उन्होंने घटना पर संज्ञान लिया है और चुनाव के ऑब्जर्वर से घटना पर विस्तृत रिपोर्ट और सीसीटीवी फुटेज मांगे हैं. साथ ही घटना में शामिल सभी वकीलों के नाम भी मांगे हैं, जिसके बाद उनपर कार्रवाई की जा सके. झारखंड स्टेट बार काउंसिल के अध्यक्ष राजेंद्र कृष्ण ने मामले की पूरी रिपोर्ट हजारीबाग तलब की. ऑब्जर्वर के रिपोर्ट आने के बाद घटना में शामिल वकीलों पर कार्रवाई की बात अध्यक्ष ने कही है