छत्तीसगढ़ : दुर्ग जिले में पिछले तीन दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। इसकी वजह से दुर्ग-भिलाई के अंडर ब्रिज और सड़कों से लेकर कालोनियों यहां पानी भरा है। यहां तक की जिला अस्पताल में भी जल भराव की समस्या खड़ी हो गई है। हमेशा की तरह सुपेला और चंद्रा मौर्या अंडरब्रिज में भी पानी भर गया। इससे लोग जान जोखिम में डालकर आने-जाने को मजबूर हैं।
दैनिक भास्कर ने जब बारिश के पानी की ग्राउंड रिपोर्टिंग की तो चौंकाने वाला सच दिखा। सबसे बुरा हाल चंद्रा मौर्या और सुपेला अंडर ब्रिज का रहा। यहां घुटनों से लेकर कमर तक पानी भरा था। हालत ये थी कि यहां से आवागमन भी बंद हो गया। कई घंटे बाद जब जलस्तर कम हुआ तो आवाजाही शुरू हो सकी।
लोगों का कहना है उन्हें हर दिन इसी रास्ते से काम के लिए जाना होता है। अंडर ब्रिज में पानी भरा होने से घूम कर जाना पड़ेगा। काम में देरी न हो इसलिए वो लोग घुटनों से लेकर कमर तक पानी में घुसकर अंडर ब्रिज पार करने को मजबूर हुए। वहीं, कुछ लोग पावर हाउस और नेहरू चौक वाले फ्लाइओवर से रास्ता तय किया।
दुर्ग जिला अस्पताल में जल भराव, मरीज परेशान
तेज बारिश से दुर्ग के कई गली मोहल्लों समेत जिला अस्पताल में भी पानी भर गया। अस्पताल के वार्डों में जल भराव होने से मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। मरीज तो बेड पर थे, लेकिन उनके परिजन इधर-उधर भटकते रहे। करीब 10 दिन पहले भी तेज बारिश होने से यहां जल भराव की समस्या आई थी।
नदी-नाले उफान पर, यलो अलर्ट जारी
दुर्ग जिले में पिछले तीन दिन से रुक-रुक कर हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। सड़कों तक में पानी भरने से बच्चे बमुश्किल स्कूल पहुंच पाए तो कामकाजी लोगों को भी परेशानी उठानी पड़ी।शिवनाथ नदी का जलस्तर भी काफी तेजी से बढ़ा है। बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने यलो अलर्ट घोषित कर दिया है। मछुआरों को नदी में नहीं जाने की सलाह भी दी गई है।
सेक्टर-4 में घरों में घुसा पानी
लगातार बारिश से पानी सड़कों से होकर घरों में घुसने लगा। सेक्टर-4 में कई मकानों के अंदर पानी घुस गया। जिससे लोग गृहस्थी का सामान समेटन में जुटे रहे। सामान को खराब होने से बचाने के लिए लोगों ने बाल्टी से पानी फेंका।