बस्तर में भारी बारिश: उफान पर नदी-नाले, कई गांवों का संपर्क टूटा

क्षेत्रीय

दक्षिण छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। दो सिस्टम बने हैं,‎ जिनका असर बस्तर संभाग के कई जिलों में रविवार से दिख रहा है। मूसलाधार बारिश का दौर जारी है। भारी बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। जगदलपुर और बीजापुर में पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया है। भारी बारिश को देखते हुए बस्तर जिले में जिला प्रशासन ने स्कूल बंद कर दिए गए हैं। नदी-नाले उफान पर होने की वजह से छत्तीसगढ़-तेलंगाना नेशनल हाईवे फिर बंद हो गया है कई गांवों का संपर्क संभाग मुख्यालय से टूट गया है। बस्तर संभाग के सभी जिलों में प्रशासन अलर्ट मोड पर है।

दक्षिण बस्तर यानी बस्तर संभाग के बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जिले में पिछले 24 घंटे से मूसलाधार बारिश हो रही है। बीजापुर जिले में बारिश ने तबाही मचा दी है। तुमनार नदी उफान पर है। चेरपाल नाला भरने से गंगालूर और चेरपाल का संपर्क जिला मुख्यालय टूट गया है। जाजेल नाला, शबरी नेतानार और झापरा पुल के ऊपर से पानी बहने लगा है। छिंदगढ़ और कोडरीपाल रास्ता बंद हो गया है। मूसलाधार बारिश की वजह से सोमवार की सुबह तुमनार नदी उफान पर है, जिसे आवाजाही बंद हो गई हैं। पुल के दोनों छोर पर वाहनों की कतार लगी हुई है। आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने बताया कि दक्षिण छत्तीसगढ़ में भारी बारिश हो रही है। कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। कोई नुकसान की बात सामने नहीं आई है। सभी जिलों के कलेक्टर, एसपी और कमीश्नर से मेरी बात हुई है। प्रशासनिक अफसर हालात पर नजर बनाए हुए हैं। सीएम भूपेश बघेल भी खुद जानकारी ले रहे हैं।

बाढ़ में फंसा बुजुर्ग, रातभर पेड़ पर बैठा रहा
सोमवार को सुकमा जिले में बाढ़ में फंसे एक 60 साल के बुजुर्ग लखमा नाग को पुलिस व नगर सेना की टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला है। रात में अचानक बाढ़ आने से बुजुर्ग लखमा नाग फंस गया था। चारों ओर पानी से घिरने के बाद भी बुजुर्ग ने हिम्मत नहीं हारी। एक पेड़ का सहारा लेकर वह पूरी जागता रहा। पुलिस को इस बात की जानकारी मिलते ही पुसपाल थाना प्रभारी प्रमोद कश्यप की अगुवाई में रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। पुलिस और नगर सेना के जवान बोट के सहारे पेड़ पर बैठे बुजुर्ग तब पहुंचे और उसे सुरक्षित रेस्क्यू कर निकाला गया। बुजुर्ग अब पूरी तरह ठीक है।