छत्तीसगढ़ के कई जगहों में कहीं तेज तो कहीं रुक-रुककर बरसात हो रही है। बस्तर संभाग के जिलों में बारिश की वजह से जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी, बीजापुर और कांकेर जिले के स्टेशनों पर बीती रात 100 मिलीमीटर से अधिक बरसात दर्ज हुई। एक दिन पहले बीजापुर में 250 मिलीमीटर की रिकॉर्ड बारिश हुई थी। इससे पहले जगदलपुर में 288.5 मिमी वर्षा का रिकॉर्ड 6 सितम्बर 2019 को दर्ज किया गया था
भारी बरसात की वजह से बीजापुर में नेशनल हाइवे-63 पर पेगड़ापल्ली के पास सड़क पर बाढ़ का पानी आ गया। इसकी वजह से तेलंगाना से आने-जाने वाली दो बसों और दो टैक्सी में करीब 120 यात्री एक पुल पर फंस गए। लगातार बढ़ते जलस्तर से डरे यात्रियों ने प्रशासन को इसकी जानकारी दी है।
स्थानीय लोगों ने क्षेत्रीय विधायक विक्रम मंडावी को जब बारिश की जानकारी दी तो जिला पंचायत सीईओ रवि साहू के साथ मिलकर यात्रियों को बचाने के लिए अभियान शुरू कराया। होम गार्ड की टीम नाव से नदी पारकर बाढ़ में फंसे लोगों तक पहुंची। उसके बाद छोटे-छोटे समूहों में सभी 120 यात्रियों और चालक दल को वहां से निकालकर मद्देड के एक राहत शिविर में पहुंचाया गया। वहां यात्रियों के भोजन और सोने का इंतजाम हुआ। बताया जा रहा है कि इन यात्रियों में अधिकतर लोग तेलंगाना और बेंगलुरु से लौट रहे थे।
मौसम विभाग के मुताबिक, 12 सितम्बर को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की प्रबल संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ वज्रपात होने तथा भारी वर्षा होने की प्रबल संभावना भी बनी हुई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि भारी वर्षा का मुख्य प्रभाव दक्षिण छत्तीसगढ़ यानी बस्तर-दुर्ग संभाग के जिलों पर पड़ेगा। मौसम विभाग ने 12 सितम्बर को कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा, आंधी और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।