हिना ने इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, संगीता बन महेश से किया विवाह, बदायूँ में हिंदू बच्चों का गला रेते जाने से थी परेशान

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उत्तरप्रदेश : सीतापुर जिले में हिना अली नाम मुस्लिम लड़की ने सनातन अपना लिया है। हिना अली के अब्बू ताहिर अली सैलून चलाते हैं। हिना अली पर बदायूँ में साजिद-जावेद द्वारा दोनों हिंदू बच्चों आयुष और आहान की हत्या का ऐसा प्रभाव पड़ा, कि उन्होंने इस्लाम त्यागने का फैसला किया और सनातन परंपरा को अपनाते हुए अपने हिंदू प्रेमी महेश से विवाह कर लिया। हिना ने अपना नाम संगीता रखा है। संगीता ही आयुष और आहान की माँ का नाम है। हिना ने गुरुवार को घर वापसी की। संगीता बनने वाली हिना अली सीतापुर के खैराबाद थाना इलाके की रहने वाली हैं। उनके अब्बू का नाम ताहिर अली है, जो सीतापुर में सैलून चलाते हैं। लगभग ढाई साल से हिना का महेश नाम के एक युवक से बातचीत शुरू हुई थी जो बाद में प्यार में बदल गई। महेश भी खैराबाद का रहने वाला है। हिना से संगीता बनने के बाद दोनों ने वैदिक विधि-विधान से एक-दूसरे का हाथ थाम सात-जन्मों के साथ का वादा किया। इस विवाह समारोह के दौरान वेदमन्त्रों की गूंज के साथ जय श्री राम के नारे भी लगे।

हिना का कहना है कि उनके अब्बा ताहिर ने महेश से उनकी मेलजोल का खूब विरोध किया। वो हिंदुओं को काफिर बोलते हैं। महेश के परिजनों ने संगीता को पसंद कर लिया और उनके रिश्ते को भी हरी झंडी दिखा दी, लेकिन अब्बा ताहिर ने इसका विरोध किया और उनपर तमाम पाबंदियाँ लगा दी। इसके बाद हिना के कहने पर महेश ने हिंदू शेर सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास हिंदू से संपर्क किया और फिर हिना ने इस्लाम त्यागने का फैसला किया संगीता बनकर सनातन परंपरा में वापसी की। गुरुवार को हिना और महेश की शादी सीतापुर शहर के कांशीराम कॉलोनी स्थित माता काली मंदिर में वैदिक विधि-विधान से संपन्न