कनाडा में यहूदियों को बचाने के लिए उतरे हिन्दू, बोले-जय श्रीराम… हम आपके साथ- साथ

अंतरराष्ट्रीय

कनाडा में यहूदी विरोधी हेट क्राइम में वृद्धि के बाद वहां रहे रहे हिंदू समुदाय के लोगों ने यहूदियों के प्रति एकजुटता दिखाई है। टोरंटो के बाथर्स्ट और शेपर्ड में कनाडाई यहूदी समुदाय की रक्षा के लिए बड़ी संख्या में हिंदू कनाडाई सामने आए। जस्टिन ट्रूडो के देश में हाल के दिनों में यहदी विरोधी घटनाओं, धमकियों और हेट क्राइम में वृद्धि देखी गई है। पिछले सप्ताह कनाडा में यहूदी संस्थानों पर कई हाई-प्रोफाइल हमले हुए थे। कनाडा में चरमपंथी सोच से लड़ने के लिए यहूदी और हिंदू एकजुट हो रहे हैं। टोरंटो में समुदायों के बीच एकता का शानदार प्रदर्शन हुआ, क्योंकि वहां रह रहे भारतीय और ईरानी समुदाय ने यहूदियों के समर्थन के लिए रैली की। कड़ाके की ठंड में हिंदू, द्रूज और ईरानी कनाडाई लोगों ने कंधे से कंधा मिलाकर इजरायल के लिए अपना समर्थन दिखाया। इस दौरान हिंदू समुदाय के लोग इजरायल का झंडा पकड़े नजर आए। भारतीय मूल के एक हिंदू युवक ने कहा कि वह इजरायली लोगों के लिए एकजुटता दिखाने के लिए पहुंचा है। इस दौरान लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए। उसने कहा, हम अपने इजरायली और यहूदी भाइयों के साथ खड़े होकर ये बताना चाहते हैं कि वे कनाडा में सुरक्षित हैं। एक अन्य युवक ने कहा कि कनाडा में हिंदू यहूदियों के साथ हैं। हम यहां यहूदियों के अधिकारों के लिए हैं। यहूदियों के पास भी उसी तरह से अधिकार हैं, जिस तरह से दूसरे लोगों के लिए अधिकार हैं। हम हिंदू यहां यहूदियों के ग्रेट कनाडा में शांतिपूर्वक रहने के अधिकार के प्रति समर्थन जताते हैं।

मुश्किल घड़ी में कनाडा में रह रहे हिंदू समुदाय ने यहूदियों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए टोरंटो के बाथर्स्ट और शेपर्ड इलाके में रैली निकाली। कड़ाके की ठंड में हुए इस प्रदर्शन में हिंदू, द्रूज और ईरानी समुदाय के लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने इजरायल के झंडे के साथ “जय श्रीराम” के नारे लगाते हुए यहूदियों के अधिकारों के लिए अपना समर्थन जताया। एक हिंदू प्रदर्शनकारी ने कहा, “हम यहां यहूदियों और इजरायली समुदाय को यह बताने आए हैं कि वे कनाडा में अकेले नहीं हैं। हम उनके साथ खड़े हैं।” दूसरे प्रदर्शनकारी ने कहा, “यहूदियों को भी वही अधिकार मिलना चाहिए, जो अन्य समुदायों को हैं। हम यहां उनकी सुरक्षा और उनके अधिकारों के लिए खड़े हैं।”
यह प्रदर्शन सिर्फ समर्थन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि कनाडा में बढ़ती नफरत और हिंसा के खिलाफ सभी समुदायों की एकजुटता का प्रतीक बन गया। यहूदियों के साथ खड़े होकर हिंदू और अन्य समुदायों ने यह संदेश दिया कि सांप्रदायिक सौहार्द से ही समाज आगे बढ़ सकता है।