बांग्लादेश में हसीना के इस्तीफे के बाद से हिंसा, लूटपाट और आगजनी की घटनाएं बढ़ गई हैं। इनके खिलाफ कल शुक्रवार को हिंदू जागरण मंच ने ढाका में प्रदर्शन किया। शाहबाग चौक पर हजारों हिंदू जमा हुए और हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने हरे कृष्णा-हरे रामा का नारा भी लगाया। हिंदू जागरण मंच के आयोजकों ने कहा कि दिनाजपुर में चार हिंदू गांवों को जला दिया गया है। लोग बेसहारा हो गए हैं। छुप-छुपकर रहने को मजबूर हैं। बांग्लादेश में शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद से ही हिंदू समुदाय पर हमले बढ़ गए हैं। वहीं, शेख हसीना के बेटे जॉय ने कहा कि उनकी मां शेख हसीना भारत जाने से पहले इस्तीफा नहीं देना चाहती थीं। उन्होंने कहा- मेरी मां कभी भी आधिकारिक तौर पर इस्तीफा नहीं दिया। उन्हें इसके लिए वक्त नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि आधिकारिक तौर पर उनकी मां अभी भी प्रधानमंत्री हैं। जॉय ने कहा कि वो बयान जारी करने के बाद आधिकारिक तौर पर इस्तीफा देना चाहती थीं लेकिन प्रदर्शनकारियों ने पीएम आवास की तरफ मार्च करना शुरू कर दिया। मेरे मां के पास कुछ करने के लिए समय ही नहीं बचा। जहां तक संविधान की बात है मेरी मां अभी भी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हैं। जॉय ने कहा कि राष्ट्रपति ने सेना प्रमुख और विपक्षी नेताओं की सलाह के बाद संसद भंग कर दिया। लेकिन प्रधानमंत्री के औपचारिक रूप से इस्तीफा दिए बिना कार्यवाहक सरकार के गठन को अदालत में चुनौती दी जा सकती है।
जॉय ने यह भी कहा कि हसीना की अवामी लीग पार्टी अगला चुनाव लड़ेगी, जो तीन महीने के भीतर होना चाहिए। उन्होंने यकीन दिलाया कि चुनाव हुए तो अवामी लीग सत्ता में फिर से आएगी। अगर ऐसा नहीं भी होता है तो वे विपक्ष में रहना चाहेंगे।
