मुंबई : महाराष्ट्र में सत्ताधारी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का गुट अब सीधे तौर पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर हमला करने लगा है। यही कारण है कि शिंदे गुट ने सोमवार को सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर सीधा व्यंग्य करते हुए सवाल दागा कि उद्धव ठाकरे प्रदेश की जनता को जवाब दें कि वो जब वो सत्ता में थे और मुख्यमंत्री की गद्दी पर बैठे तो कितनी बार सीएम कार्यलाय में गये थे।
यही नहीं बागी शिवसेना विधायकों ने अपने पूर्व प्रमुख को इस सवाल पर भी घेरा कि क्या प्रदेश के मुखिया रहते हुए उन्होंने कभी भी पार्टी कार्यकर्ताओं को मिलने के लिए समय दिया था। शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कहा कि जब तक उद्धव ठाकरे सीएम की गद्दी पर रहे वो अपने लोगों से दूर हो गये थे और पिछले महीने जैसे ही उनका मुख्यमंत्री पद गये, वो पार्टी का कार्यक्रम करने लगे और लोगों से मिलने लगे।
शिंदे गुट द्वारा इन आरोपों के पीछे एक और दिलचस्प कहानी है कि उद्धव ठाकरे ने कल ही दक्षिण मुंबई में एक वार्ड-स्तरीय शिवसेना कार्यालय का उद्घाटन किया और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस कारण शिंदे गुट के लग रहा है कि उद्धव ठाकरे सत्ता जाने के बाद उन्हें चुनौती देने के लिए लगातार अपनी सक्रियता बढ़ा रहे हैं।
इसके बाद दीपक केसकर ने आज आयोजित किये प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों के सामने सवाल उठाए हुए उद्धव ठाकरे से पूछा कि वो बताएं कि नवंबर 2019 से जून 2022 तक मुख्यमंत्री रहते हुए वो कितनी बार मुख्यमंत्री कार्यालय गये हैं और शिवसेना कार्यकर्ताओं से मिले हैं? इसके साथ ही केसरकर ने कहा कि अब ऐसा क्या हो गया कि उद्धव ठाकरे की सार्वजनिक उपस्थिति अचानक से बढ़ गई है।
इसके साथ ही दीपक केसरकर ने शिवसेना के बागी सांसद राहुल शेवाले के उन दावों पर उद्धव ठाकरे को घेरा, जिसमें कथिततौर पर ठाकरे द्वारा साल 2021 में यह तय किया गया था कि शिवसेना पूर्व सहयोगी भाजपा के साथ हाथ मिलाएगी, जबकि उस समय वो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के साथ राज्य में महाविकास अघाड़ी गठबंधन में सूबे पर शासन कर रहे थे।